Side quests

In the Dryad Outpost, you will find Yoren, a dwarf searching for his relatives, who 150 years ago went in search of the legendary Glorydeep mine. There are no signs of life from them. Yoren suspects that they have found a treasure in the Glorydeep Mine and do not want to share it with other dwarves – this is the reason why they have not shown signs of life. Yoren will give you a huge Glorydeep Ruby to prove his words. He needs someone to help him search the dwarves or any clues that might lead him to them.

Goals:

1. Look for clues about the lost dwarves.
2. Return to Yoren with the news of your discovery.
3. Take Yoren to an abandoned mine.
4. Examine the hidden cache.
5. Find a way to get into the Deep-sea Mine.
6. Find someone who has information about the fate of the Glitterdelv family.

This quest has been going on for a very long time. While exploring the Scorched Valley, you will come across a cave, the only one that is unlocked at the beginning of the game. This is an abandoned mine where you can find a clue about Yoren’s quest. Go back to the dryad outpost and talk to him. He wants to see this mine, so take him with you and go back to the Abandoned Mine. The fastest way to get there is to teleport to the Infected Hills North and then over the bridge. This time, you will be able to open the hidden cache [Abandoned Mine – 2], where you can find a book about the Deep Glory Mine [Abandoned Mine – 3].
This quest will continue in the last chapter of the game. In the Glorydeep Enclave, you will find a dwarf named Rockmover, [The Halls of the Overseers – 3], who knows something about the Glitterdelve family. Bring Yoren back, and the quest will be completed.

The first clue leads to an abandoned mine.

1.2.2 Missing

Find a man named Soram at the Dryad outpost. He came to this camp with his child and his wife Eliza in search of safety, but recently Eliza went to the forest to get fruit and never returned. Desperate, Soram tried to seek help from the dryads, but they ignored him and wouldn’t let him go outside the camp.

Goals:

1. Find Eliza
2. Return Eliza’s medallion to Sorama at the outpost.

Soram tells me that his wife left for the south of the outpost. He’s scared that the dryads might refuse her entry to the outpost. In such a situation, she would go to a place called the Sanctuary of the Ruined Traveler, where she could wait for help. To get there, you must go to Blasted Valley and find a cave [10]. Inside you will find the entrance to the place that Soram told you about, but it is guarded (Kirani gives you the password at the beginning of quest 1.1.3 – In search of Celia.).

Eliza went to pick fruits and ended up like this… In Bangladesh, a 1xbet promo code today bd ensures you get the most current offer available. This could be the standard 100% bonus up to 13,000 BDT or a special limited-time promotion tied to a major sporting event like the ICC Cricket World Cup, offering enhanced odds or additional free bets for Bangladeshi players who register on that day.d2fdb67c8592233bdef815d4ae8954ce

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना के बाद महिला खुद थाने पहुंची और पुलिस से कहा कि मैंने अपने पति को मार दिया है। जिसके बाद थाने में हड़कंप मच गया। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है। मामला जांजगीर-चांपा जिले के चांपा थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार, मंझली गांव निवासी सोमराज बड़ाइक (40) की हत्या उसकी पत्नी दुर्गा बड़ाइक (37) ने कर दी। महिला अपने पति की प्रताड़ना से तंग आ चुकी थी। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। सोमराज अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। वह शराब पीकर घर आता था और पत्नी के साथ मारपीट करता था। 7 सितंबर को शाम 6-7 बजे के बीच सोमराज शराब के नशे में घर आया और पत्नी दुर्गा के साथ गाली-गलौज करने लगा।

तकिए से मुंह दबाया, फिर गला घोंट दिया

सोमराज ने नशे की हालत में पत्नी के साथ मारपीट भी की। इसके बाद पति अपने कमरे में सो गया। दुर्गा अपने पति की हरकतों से काफी परेशान थी। रात करीब 9 बजे मौका पाकर उसने अपने पति का मुंह तकिये से दबा दिया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद दुर्गा ने अपने भाई को इसकी जानकारी दी। इसके बाद वह थाने पहुंची और पुलिस को अपने पति की हत्या की जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया।

महिला को भेजा गया जले

इसके बाद पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुची। पुलिस ने मौके से तकिया जब्त कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। सोमराज का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/BM4cHVhLYrPLudwEhQHVBB?mode=ac_t

यह खबर भी जरुर पढ़े

राजिम ब्रेकिंग: प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या, घर के बाहर पहरे देते रहा सहयोगी, मौत की झूठी कहानी बताकर किया दाह संस्कार, ऐसे खुला हत्या का राज

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– मैं मरणोपरांत मेडिकल के छात्र-छात्राओं के परिक्षण में काम आ सकूं इस आशा के साथ सेवानिवृत्त स्वास्थ्य पर्यवेक्षक भरतराम साहू ने “प्रोजेक्ट दधीचि” के अंतर्गत संपूर्ण देहदान का संकल्प लेकर समाज के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप जिले में प्रोजेक्ट दधीचि का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत आमजन आगे आकर अपनी भागीदारी दे रहे है। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने श्री साहू को इस मानवीय निर्णय के लिए शॉल तथा प्रेरक पुस्तक देकर एवं अपर कलेक्टर नम्रता जैन (आईएएस) ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया।

श्री साहू ने कहा कि मैं मरणोपरांत अपना शरीर दान कर रहा हूँ जिससे मेडिकल की छात्र-छात्राएं के परिक्षण में मेरा देह काम आ सके। इसलिए मैं अपना देहदान कर रहा हूं आप सब भी आएं और जिला प्रशासन की पहल प्रोजेक्ट दधिची से जुड़े और अपना देहदान और अंगदान करें।

पढ़ाई में प्रशिक्षण हेतु काम आ सके

श्री साहू ने कहा कि वे अपने कार्यकाल के दौरान शासन के विभिन्न अभियान जैसे पोलियो अभियान परिवार कल्याणकारी, क्षत्र नियंत्रण मलेरिया उन्मूलन, चेचक उन्मूलन, शासन द्वारा लक्ष्य दिया जाता था तन, मन, धन से पूरा करते रहे। श्री साहू ने बताया कि मैं एमबीबीएस के छात्रों को ट्रेनिंग हेतु गाड़ी में लेकर धरसीवां जाता था तथा प्राथमिक स्वास्थ्य के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र के अन्य स्टाफ के साथ महामारी इत्यादि के बारे में ट्रेनिंग दिया करता था। आज भी मेडिकल कॉलेज के छात्रों से मेरा बहुत लगाव है इसलिए मैं मरणोपरांत मेरा शरीर दान कर रहा हूं जिससे मेडिकल छात्र एवं छात्राओं के पढ़ाई में प्रशिक्षण हेतु काम आ सके |

कलेक्टर डॉ सिंह के मार्गदर्शन में संचालित प्रोजेक्ट दधीचि अब तक 38 लोग अंगदान एवं देहदान के माध्यम से जीवनदान का प्रतीक बन चुके हैं। इसका उद्देश्य समाज में अंगदान और देहदान को लेकर जागरूकता फैलाना और भ्रांतियों को दूर करना है। कलेक्टर डॉ. सिंह ने आमजनों से अपील की कि वे भी इस पुनीत कार्य में भागीदारी निभाएं और जरूरतमंदों के लिए जीवन की नई उम्मीद बनें। इस मौके पर अपर कलेक्टर (आईएएस) सुश्री नम्रता जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/BM4cHVhLYrPLudwEhQHVBB?mode=ac_t

यह खबर भी जरुर पढ़े

प्रोजेक्ट दधीचि: बिरेंद्र पांडेय ने लिया संपूर्ण देहदान का संकल्प, समाज के लिए बने प्रेरणा स्रोत

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा एवं कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन में जिले में संचालित प्रोजेक्ट “अनुभव” के अंतर्गतयोग भवन, फुंडहर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षा आयोजित की गई।

इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त विश्वदीप ने विद्यार्थियों को भारतीय अर्थव्यवस्था विषय पर 2 घण्टे 30 मिनट तक कक्षा ली और विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने अपने प्रशासनिक अनुभवों को साझा करते हुए विद्यार्थियों को परीक्षा की रणनीति, समय प्रबंधन तथा विषय के प्रभावी अध्ययन संबंधी उपयोगी सुझाव दिए।

प्रोजेक्ट “अनुभव” के अंतर्गत जिले में पदस्थ अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी प्रतियोगी परीक्षार्थियों को विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को लाभ मिल रहा है।

छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/BM4cHVhLYrPLudwEhQHVBB?mode=ac_t

यह खबर भी जरुर पढ़े

प्रोजेक्ट अनुभव: रायपुर कलेक्टर बने शिक्षक, तीन घंटों तक ली विद्यार्थियों की मैराथन क्लास

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल रायपुर द्वारा हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल नवम्बर 2025 की परीक्षा हेतु आवेदन की प्रक्रिया 8 सितम्बर से शुरू हो गई है। विद्यार्थी ओपन स्कूल के माध्यम से परीक्षा दिलाने के लिए विद्यार्थी सामान्य शुल्क के साथ 8 अक्टूबर 2025 तक और विलंब शुल्क के साथ 11 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं। यह जानकारी छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के सचिव द्वारा दी गई है।

छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/BM4cHVhLYrPLudwEhQHVBB?mode=ac_t

यह खबर भी जरुर पढ़े

गरियाबंद जिले के बाल संरक्षण इकाई में विभिन्न संविदा पदों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित, इन पदों पर होगी भर्ती

Back to top button