नागपंचमी 

वर्षों बाद  ऐसा संयोग

 24 साल बाद ऐसा अद्भुत संयोग बन रहा है

जब नागपंचमी सोमवार के दिन पड़ रहा है

सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को अत्याधिक प्रिय है

शिव और नाग दोनों का दिन एक साथ होने से

इस दिन का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा

सोमवार को शुभ नामक योग बनेगा

और चित्रा नक्षत्र भी रहेगा

नागपंचमी के दिन नाग पूजन का विशेष महत्व है 

इस दिन नाग देवता को दूध अर्पित करके विधिपूर्वक उनका पूजन करने का विधान है.

नाग देवता की आकृति बनाकर

 विधिपूर्वक उनका पूजन करे

नाग पूजन करने से सर्प दोष से मुक्ति मिलेगी.