छुरा इलाके में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ा, नागरिकों में बढ़ी दहशत, प्रशासन से कार्रवाई की मांग

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– छुरा नगर सहित इलाके में आवारा कुत्तों का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। स्थिति यह है कि छोटे बच्चे अब अकेले स्कूल जाने से डरने लगे हैं। वहीं, कई इलाकों में गाय के बछड़े और बकरियों पर कुत्तों के झुंड द्वारा हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कुत्तों के आतंक को देखते हुए लोगों का निकलना मुश्किल होता जा रहा है। छुरा नगर के मुख्य बाजार, बस स्टैंड, स्कूलों और कॉलोनियों के आसपास इन कुत्तों के झुंड दिनभर घूमते दिखाई देते हैं। कई बार यह झुंड सुबह और शाम के समय राहगीरों पर भी हमला कर देता है। माता-पिता अपने बच्चों को अकेले स्कूल भेजने से हिचकिचा रहे हैं, जबकि बुजुर्ग सुबह-शाम सैर पर निकलने में डर महसूस कर रहे हैं।
प्रजनन काल में अधिक बढ़ जाता है खतरा
पशु चिकित्सा विभाग के जानकारों के अनुसार, नवंबर और दिसंबर का महीना कुत्तों के प्रजनन और बच्चे देने का समय होता है। इस दौरान इनका व्यवहार और भी आक्रामक हो जाता है। मादा कुत्ते अपने बच्चों की सुरक्षा में किसी भी व्यक्ति या पशु पर हमला कर देते हैं। यदि समय रहते नियंत्रण के उपाय नहीं किए गए, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
प्रशासन से कार्यवाही की मांग
नगर पंचायत छुरा प्रशासन से नागरिकों ने आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण पाने के लिए तत्काल नसबंदी और निष्कासन जैसी कार्यवाही की मांग की है। साथ ही, सड़कों और गलियों में पड़े खाद्य अवशेषों की सफाई सुनिश्चित करने की भी अपील की गई है, ताकि कुत्तों का जमावड़ा न बने। नगरवासियों ने कहा कि यदि स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो ठंड के मौसम में मॉर्निंग वॉक करने वाले नागरिक, स्कूली बच्चे और बुजुर्ग खुले में निकलने से भी परहेज करेंगे।
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