पत्रकारों पर हमला का मामला, चार आरोपी गिरफ्तार, दो चेन माउंटेन मशीन और दो हाइवा जब्त
दीपक बैज ने लिखा - क्या खनिज अधिकारी ने ही की थी पत्रकारों को रास्ते से हटाने की सेटिंग?

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– राजिम क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन की कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों पर हमला मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में जिला प्रशासन ने अवैध रेत उत्खनन और परिवहन में शामिल चेन माउंटेन और हाइवा वाहन को भी जब्त कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। पूरा मामला गरियाबंद जिले के राजिम थाना क्षेत्र का है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, सोमवार को रिपोर्टर नेमीचंद बंजारे और उनके साथी जितेंद्र सिन्हा, शेख इमरान, थानेश्वर साहू, आदि चक्रधारी अवैध रेत खनन की खबर कवर करने राजिम क्षेत्र के ग्राम पितईबांध गए थे। यहां पत्रकारों ने अवैध रेत उत्खनन का वीडियो बना लिया। साथ ही अवैध परिवहन में शामिल वाहनों को पकड़ने के लिए जिला खनिज अधिकारी को सूचना दी। इस दौरान माइनिंग टीम तो नहीं पहुंची, लेकिन उनकी जगह खदान संचालक के 7-8 गुर्गे वहां आ गए।
माफिया ने हवाई फायरिंग की
इसके बाद गुर्गों ने पत्रकारों से बदसलूकी शुरू कर दी। पहले तो उन्होंने पत्रकारों से बहस की और फिर उनका कैमरा और आईडी छीनकर लाठी-डंडों और हथियारों से पीटना शुरू कर दिया। पत्रकारों की टीम किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। माफिया के गुर्गों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। इस दौरान माफिया ने हवाई फायरिंग भी की। पत्रकार अपनी जान बचाने के लिए खेतों में छिप गए। अफरातफरी के बीच पत्रकारों ने मारपीट का वीडियो बनाकर गरियाबंद के प्रशासनिक ग्रुप में शेयर किया।
मौके पर पहुंचा प्रशासनिक अमला
मामले की गंभीरता को देखते हुए गरियाबंद कलेक्टर बीके सिंह ने तत्काल राजिम एसडीएम विशाल महाराणा को मौके पर भेजा। राजिम तहसीलदार और राजिम थाना प्रभारी अमृत लाल साहू भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अमले ने पत्रकारों को वहां से सुरक्षित निकाला और थाने पहुंचकर माफिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इधर, पुलिस द्वारा हमलावरों के खिलाफ मामूली धाराओं में मामला दर्ज किए जाने पर पत्रकार भड़क गए हैं।
पत्रकारों का 4 घंटे तक धरना-प्रदर्शन
राजिम के सुंदर लाल शर्मा चौक पर पत्रकार संघ धरने पर बैठ गया और पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगा। पत्रकारों ने मांग रखी कि हमलावरों और जिनके इशारे पर वारदात को अंजाम दिया गया, उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाए। आरोपियों का शहर में जुलूस निकाला जाए, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो। खनिज अधिकारी को हटाया जाए। गरियाबंद जिले में सभी अवैध उत्खनन पर रोक लगाई जाए। पत्रकारों ने करीब 4 घंटे तक धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद एसडीएम के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया। धरना-प्रदर्शन में राजिम, नवापारा, गरियाबंद, कोपरा, फिंगेश्वर, छुरा, देवभोग, अमलीपार समेत कई जगहों से पत्रकार पहुंचे थे। पत्रकारों का साथ देने जिला पंचायत सदस्य इंद्रजीत महाड़ीक भी पहुंचे थे।
दो चेन माउंटेन मशीन और दो हाइवा जब्त
राजिम एसडीएम ने बताया कि अवैध रेत घाटों पर कार्रवाई की गई है। मौके पर दो चेन माउंटेन मशीन और दो हाइवा जब्त किए गए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है। राजिम थाना प्रभारी अमृतलाल साहू ने बताया कि घटना में शामिल चार आरोपियों उत्तम भारती (22 वर्ष), मयंक सोनवानी (19 वर्ष), चंद्रभान बंजारे उर्फ भानु (27 वर्ष), शशांक गरड उर्फ शानू राव (23 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या खनिज अधिकारी ने की थी रास्ते से हटाने सेटिंग
इस मामले में PCC चीफ दीपक बैज ने भी संज्ञान लेते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि क्या खनिज अधिकारी ने ही की थी पत्रकारों को रास्ते से हटाने की सेटिंग? उन्होंने लिखा है कि जब पत्रकारों द्वारा खनिज अधिकारी को अवैध खनन की सूचना दी गई थी तो उनकी जगह खदान संचालकों के गुर्गे कैसे आ पहुंचे……?
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