स्वास्थ्य मंत्री ने गरियाबंद में 10 बिस्तरीय डायलिसिस यूनिट का किया शुभारंभ, चार एम्बुलेंस की दी सौगात
स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने गरियाबंद एवं सुपेबेड़ा में एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- प्रदेश के लोक स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल गरियाबंद जिले के एक दिवसीय प्रवास पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने गरियाबंद के कोविड अस्पताल में बनाये गये जिले के किड़नी पीड़ित मरीजों के लिए निःशुल्क 10 बिस्तर के डायलिसिस यूनिट का शुभारंभ किया।
उन्होंने डायलिसिस करा रहे भर्ती मरीजों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली तथा चिकित्सकों को बेहतर उपचार करने के निर्देश दिये। इसके उपरांत उन्होंने कोविड अस्पताल में बनाये गये प्रयोगशाला कक्ष सहित अन्य वार्डो का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां जिले के किड़नी पीड़ित मरीजों को लाने ले जाने के लिए सर्व सुविधायुक्त तीन एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
सुपेबेड़ा के उपस्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण
स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने जिले दूरस्थ अंचल में बसे ग्राम सुपेबेड़ा के उपस्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उप स्वास्थ्य केन्द्र के समीप निर्माणाधीन स्वास्थ्य केन्द्र को आठ माह के भीतर सर्व सुविधायुक्त बनाने के निर्देश दिये। श्री जायसवाल ने सुपेबेड़ा के मरीजों के लिए एक एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि सुपेबेड़ा में दो नए डायलिसिस केंद्र की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही ग्रामीणों के पेयजल के लिए आर.ओ वाटर लगाये जाएंगे।
इसके अलावा तेल नदी से पानी की सप्लाई कर उसे फिल्टर प्लांट के माध्यम से शुद्धिकरण कर गांव में प्रत्येक घर तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही गांव में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने के लिए बोर खनन किया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने सुबेपेड़ा किड़नी पीड़ित मरीज श्री प्रेमजय छत्रपाल के घर पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस दौरान श्री छत्रपाल ने बताया कि उन्हें तीन वर्ष से घर पर ही चार-चार बार डायलिसिस की सुविधा चिकित्सकों द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। इस दौरान मंत्री जायसवाल ने परिवार की शासन प्रशासन से हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया।
सुपेबेड़ा में दो डायलिसिस सेंटर शुरू किए जाएंगे
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने सुपेबेड़ा में ग्रामीणों से चर्चा करते हुए गरियाबंद और देवभोग में लैब स्थापना की जानकारी दी। मंत्री ने कहा कि सुपेबेड़ा एवं आसपास के सात गांव के किडनी पीड़ित मरीजों के लिए निःशुल्क जांच, उपचार एवं दवाई दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी 6 माह में सुपेबेड़ा में दो डायलिसिस सेंटर शुरू किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने गरियाबंद जिले के लिए पांच चिकित्सकों एवं दो नेफ्रोलॉजिस्ट चिकित्सकों की जारी नियुक्ति आदेश के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि किडनी बीमारी के अनुसंधान के लिए गरियाबंद में सप्ताह में दो बार तथा सुपेबेड़ा एवं देवभोग में माह में दो दिन विशेषज्ञ चिकित्सक आयेंगे। जिले में किडनी बीमारी की जांच के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत काम किया जयोगा। जिससे बीमारी की सूक्ष्म जांच कर उनका इलाज किया जा सके। पायलट प्रोजेक्ट के तहत रिसर्च यूनिट के लिए अनुसंधान टीम के गठन की जानकारी दी। ग्रामीणों के जेनेटिक जांच के आधार बीमारी की जांच की जाएगी।साथ किडनी दान के लिए भी सुविधा विकसित की जाएगी। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का एनसीडी स्क्रीनिंग कराया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने किडनी पीड़ित मरीजों को मेडिकल किट का वितरण भी किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल देवभोग पहुंचकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थित डायलिलिस युनिट का शुभांरभ किया और भर्ती मरीजों का हालचाल पूछा।
इस अवसर पर राजिम विधायक रोहित साहू, जनपद अध्यक्ष श्रीमती नेहा सिंघल, नगर पालिका परिषद् के अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन, जनपद अध्यक्ष श्रीमती लालिमा ठाकुर, पूर्व विधायक गोवर्धन मांझी, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, स्वास्थ्य सेवाएं के संचालक रितुराज रघुवंशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक जगदीश सोनकर, कलेक्टर दीपक अग्रवाल, मेडिकल कार्पोरेशन के एमडी श्रीमती पदमिनी भोई साहू, गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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