कोसमुंडा में झांसी महिला समूह का वार्षिक सम्मेलन सम्पन्न, 23 ग्राम संगठनों की डेडियों ने साझा की सफलता की कहानियाँ

23 ग्राम संगठनों की दीदीयों ने साझा की सफलता की कहानियाँ, गुलाबी साड़ियों से खिला आयोजन स्थल

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) किशन सिन्हा :- जनपद पंचायत छुरा अंतर्गत झांसी महिला संकुल संगठन द्वारा कोसमुंडा केंद्र में 31 जुलाई को आयोजित वार्षिक अधिवेशन महिला सशक्तिकरण की एक सशक्त झलक बनकर सामने आया। 23 ग्राम संगठनों से आईं सैकड़ों दीदीयों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। गुलाबी रंग की साड़ियों में सजी इन महिलाओं की एकता और ऊर्जा ने पूरे परिसर को एक नई प्रेरणा से भर दिया।

संकुल के पदाधिकारी जनप्रतिनिधि पूजन अर्चन करते हुए

कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम पंचायत सरपंच किरण ठाकुर और जनपद सदस्य सुकवती टाण्डें की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। क्लस्टर संगठन की अध्यक्ष धनमत दीवान, सचिव लक्ष्मी ध्रुव और कोषाध्यक्ष रमादेवी ने वर्षभर की आय-व्यय विवरण, प्रगति रिपोर्ट और भविष्य की योजनाओं को बारीकी से प्रस्तुत किया। मंच पर साझा किए गए आंकड़ों ने यह सिद्ध किया कि महिला समूह सिर्फ वित्तीय नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की भी रीढ़ बन चुके हैं।

वार्षिक लेखक जोखा प्रस्तुत करते पदाधिकारी

इस सम्मेलन में भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा बेहद व्यावहारिक और जनहितकारी रही। इसमें खासकर कुपोषित बच्चों की देखरेख के लिए ग्राम संगठन द्वारा उन्हें गोद लेना, सभी सदस्यों का बीमा सुनिश्चित करना, युवाओं को रोजगार से जोड़ना, छुटे हुए परिवारों को समूह में शामिल करना और आर्थिक सहायता के ज़रिए आजीविका गतिविधियों का विस्तार प्रमुख रहा। इन सभी योजनाओं को उपस्थित पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सामूहिक सहमति से स्वीकार किया।

अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत

समूह के कार्यकर्ता से राजनीतिक सफर का अनुभव साझा करती जनपद सदस्य

सम्मेलन में कई दीदीयों ने मंच पर अपने अनुभव साझा किए, जिन्होंने समूह से जुड़कर पहले खुद की आर्थिक स्थिति सुधारी, फिर पंचायत चुनाव में भाग लेकर नेतृत्व की दिशा में कदम बढ़ाया। इन ‘लखपति दीदियों’ की सफलता की कहानियां अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं। उन्होंने कहा कि अब समूह सिर्फ ऋण लेने का साधन नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और नेतृत्व की पाठशाला बन चुका है।

ग्राम संगठन की दीदीयों ने भी अपने-अपने गांवों की प्रगति रिपोर्ट साझा करते हुए बताया कि किस तरह उनके संगठनों ने महिला बचत, पशुपालन, सब्ज़ी उत्पादन, सिलाई-कढ़ाई और मसाला उत्पादन जैसी गतिविधियों से महिलाओं की आय में वृद्धि की। उन्होंने अपने-अपने संगठन को अगले एक वर्ष में आत्मनिर्भर और उदाहरणीय बनाने के लिए मंच पर अपने संकल्प भी रखे।

कार्यक्रम के आयोजन को सफल बनाने में क्लस्टर स्तरीय समन्वय टीम की अहम भूमिका रही। एसी घनश्याम कुमार सिन्हा, पीआरपी गोदावरी कंवर, ऑपरेटर देवलाल सोरी, लेखापाल महेंद्र नागवंशी, आरबीके के प्रतिनिधियों सहित सक्रिय महिला समूहों और कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन उतरा ध्रुव ने किया, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को अनुशासित व प्रेरणादायक बनाए रखा।

गुलाबी रंग से सराबोर दिखा पंडाल

अंत में, सम्मेलन एक उत्सव जैसा प्रतीत हुआ – जहाँ न सिर्फ योजनाओं की समीक्षा हुई, बल्कि आत्मबल, नेतृत्व और सामाजिक चेतना की भी झलक मिली। गुलाबी रंग की एकरूपता, आत्मविश्वास से भरे चेहरे और सामूहिक जयघोष ने यह संकेत दिया कि झांसी महिला क्लस्टर की दीदीयां अब हर मोर्चे पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को तैयार हैं।

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