छुरा ब्रेकिंग: खेत में सड़ी-गली हालत में मिला ग्रामीण का शव, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, चालाकी नहीं आई काम, एक आरोपी गिरफ्तार

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) किशन सिन्हा :– छुरा क्षेत्र के एक खेत में संदिग्ध परिस्थितियों में सड़ी-गली अवस्था में एक ग्रामीण का शव मिला था। पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, शिकार के लिए बिछाए गए करंट के संपर्क में आने से ग्रामीण की मौत हो गई थी। इसे हादसा दिखाने के लिए शव को खेत के बीच में रखा गया था। मामला छुरा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के झरगांव के कटेलपारा में जगत राम कमार के खेत में सड़ी-गली अवस्था में एक शव मिला था। मृतक की पहचान गंगाधर ध्रुव (45 वर्ष) के रूप में हुई थी। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही छुरा पुलिस मौके पर पहुंची। शुरुआती जांच में पता चला था कि गंगाधर बुधवार शाम को बाजार से घर लौटा था। इसके बाद वह अचानक लापता हो गया।
5 दिनों बाद मिला था शव
5 दिनों बाद उसका शव खेत में सड़ी गली हालत में मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनाम कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी मदद ली। फोरेंसिक टीम ने मौके से महत्वपूर्ण सबूत इकट्ठा किए थे।
इस मामले में पुलिस ने जगत राम कमार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि 27 अगस्त की शाम गंगाधर ध्रुव अपने गांव के ही जगतराम कमार के साथ खेत की ओर गया था। जगतराम ने जंगली जानवर, खासकर हिरण के शिकार के लिए जीआई तार का फंदा बिछाया था और उसे अवैध रूप से सबमर्सिबल पंप से जोड़कर उसमें बिजली प्रवाहित कर रखी थी। इसी करंट के जाल में गंगाधर फंस गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
चालाकी नहीं आई काम
गंगाधर की मौत के बाद जगतराम ने बेहद चालाकी से सबूत मिटाने की कोशिश की। उसने शव को तारों से हटाकर खेतों के बीच दूसरी जगह रख दिया और बिजली का कनेक्शन भी हटा दिया। तीन-चार दिन तक गांववालों को भनक तक नहीं लगने दी, लेकिन शव से दुर्गंध फैलने लगी तो ग्रामीणों ने इसकी पुलिस को सूचना दी। 31 अगस्त को शव बरामद होने पर पूरे गांव में हड़कंप मच गया।
वहीं आरोपी मृत्यु वाले समय में मृतक के साथ रहा, पुलिस जब जांच के लिए पहुंची तो पूरे समय मौके पर मौजूद रहा। लेकिन इसकी भनक पुलिस वालों को नहीं लगने दी कि उसी के बिछाए जाल से गंगाधर की मृत्यु हुई थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार गंगाधर की मौत विद्युत जलन से होना पाया गया, जिससे उसकी धड़कन रुक गई। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि मौत को पांच से छह दिन बीत चुके थे। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से मिट्टी, तार और अन्य सबूत इकट्ठा किए। इन साक्ष्यों के आधार पर जगतराम की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
छुरा पुलिस ने आरोपी जगतराम कुमार के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या के भारतीय दंड संहिता की धारा 105, भारतीय दंड संहिता की धारा 238 और विद्युत अधिनियम की धारा 135 (बिजली का अवैध उपयोग और बिजली चोरी) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
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