ग्रामीणों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव की मिली जानकारी, 745 खातों की Re-KYC प्रक्रिया पूर्ण, ग्रामीणों को बैंकिंग जागरूकता एवं सेवाओं से जोड़ा गया

वित्तीय समावेशन की ओर एक और कदम

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :-वित्तीय समावेशन योजनाओं के शत-प्रतिशत संतृप्ति हेतु चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के अंतर्गत विकासखंड आरंग के ग्राम रीवा में एक दिवसीय वित्तीय समावेशन शिविर का सफल आयोजन किया गया। शिविर का मुख्य उद्देश्य देय खातों का Re-KYC (पुनः केवाईसी) कराना तथा ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं का निरंतर लाभ सुनिश्चित करना था।

इस अवसर पर निशा नाम्बियार, प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक, वित्तीय समावेशन एवं विकास विभाग, केंद्रीय कार्यालय, भारतीय रिज़र्व बैंक, ने शिविर का निरीक्षण कर प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने स्थानीय निवासियों, व्यापारियों एवं बैंक अधिकारियों के साथ संवाद करते हुए Re-KYC की महत्ता पर जोर दिया और उपस्थित नागरिकों को समय पर अपने खातों का पुनः सत्यापन पूर्ण करने के लिए प्रेरित किया।

श्रीमती नाम्बियार ने शिविर आयोजन में शामिल बैंकों के प्रयासों की सराहना की और प्रतिभागियों को भारतीय रिज़र्व बैंक की एकीकृत लोकपाल योजना 2021, दावा न की गई जमा राशियों की प्रक्रिया तथा डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

शिविर में रीवा ग्राम पंचायत एवं आसपास के क्षेत्रों के सैकड़ों ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आम नागरिकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान मौके पर ही विशेषज्ञों द्वारा किया गया। शिविर में बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सीआरजीबी, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी बैंक, यूको बैंक, जिला सहकारी बैंक आदि के प्रतिनिधि उपस्थित रहे और ग्रामीणों की Re-KYC प्रक्रिया में सहयोग प्रदान किया। अग्रणी जिला प्रबंधक मो. हाफिज से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस शिविर में कुल 745 खातों की Re-KYC सफलतापूर्वक पूर्ण की गई।

छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/BS4iWWfFiNDDwvO04RHCp3?mode=ems_wa_c

यह खबर भी जरुर पढ़े

‘‘आई लव यू’’ बोलकर पिन या ओटीपी मांगे, तो वह आपके दिल का नहीं, बल्कि आपके बैंक बैलेंस का दीवाना है’’; जानिए आखिर मुंगेली पुलिस ने क्यों शेयर की यह पोस्ट

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button