गायत्री शक्तिपीठ नवापारा में पांचकुंडीय महायज्ञ संपन्न: छात्रा आहना साहू ने निभाई अनोखी आस्था, श्रीफल-तिलक से हुआ सम्मान
शारदीय नवरात्रि पर साधकों ने की विशेष साधना

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– गायत्री शक्तिपीठ नवापारा में शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र में विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है। गायत्री मंदिर में अखंड ज्योत के साथ 9 दिनों तक लगातार मंत्र जाप और यज्ञ का आयोजन किया जाता है। जिसके पूर्णाहुति के रूप में नवमी तिथि पर महायज्ञ का आयोजन किया जाता है।
इस शारदीय नवरात्र में साधना सत्र 22 सितंबर को प्रारंभ होकर 1अक्टूबर को संपन्न हुआ। इस दौरान साधकों ने गायत्री मंत्रों का जाप किया। जिसके उपरांत नवमी तिथि पर पंचकुंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ तीन पालियों में सम्पन्न हुआ। जिसमें साधकों ने हिस्सा लिया, जिनमें से अधिकांश ने नौ दिनों तक विशेष साधना की थी। उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्र शक्ति की साधना है, जिससे व्यक्ति अपने विकारों से लड़ने और समाज सुधार के लिए शक्ति अर्जित करता है।
शक्तिपीठ की सदस्य कस्तूरी साहू ने बताया कि नौ दिनों तक देवी की उपासना के बाद नवमी पर सभी भक्तों ने मिलकर पूजन और हवन किया। इसके उपरांत भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें आसपास के क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि पंडित आचार्य शर्मा के मार्गदर्शन में सामूहिक साधना और सेवा के माध्यम से समाज में आस्था और सकारात्मकता फैलाने का कार्य किया जा रहा है।
साधना और यज्ञ का लाभ पूरे समाज और प्रकृति को मिलेगा। विशेष रूप से विश्व कल्याण के लिए आहुतियां दी गईं, ताकि वातावरण स्वच्छ और शुद्ध हो सके। इससे बच्चों की प्रतिभा में वृद्धि, लोगों में धैर्य और राष्ट्र व संस्कृति के प्रति गहरी भावना विकसित होती है। यज्ञ के साथ ही अन्नप्राशन और जन्मदिवस संस्कार भी सम्पन्न हुआ।
आस्था का उदाहरण बनी आहना
नवरात्र पर्व के अवसर पर नवापारा नगर की कक्षा नौवीं की छात्रा आहना साहू ने आस्था और श्रद्धा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। आहना ने पूरे नौ दिनों तक बिना अन्न ग्रहण किए केवल फलाहार और जल पर उपवास रखते हुए माँ गायत्री और माँ दुर्गा की आराधना पूरी की।
यज्ञ के समापन अवसर पर आहना साहू की भक्ति और तपस्या को देखते हुए आयोजकों ने उसका श्रीफल और तिलक से विशेष सम्मान किया। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने आहना की भक्ति की सराहना करते हुए कहा कि इतनी कम उम्र में इस तरह का व्रत निभाना वाकई प्रेरणादायी है।
आहना साहू, जो वर्तमान में कक्षा 9वीं की छात्रा है, ने नवरात्रि के नौ दिनों तक पूरी निष्ठा और अनुशासन के साथ माता की साधना की। उनके संकल्प और दृढ़ आस्था को देखकर समारोह में मौजूद गणमान्य नागरिकों और श्रद्धालुओं ने भी आहना को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
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