स्कूल में हैवानियत! नर्सरी के बच्चे को पेड़ पर लटकाया, होमवर्क नहीं करने पर दी क्रूर सजा, वीडियो वायरल से प्रशासन में हड़कंप

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– एक प्राइवेट स्कूल में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। होमवर्क न करने के लिए शिक्षिका ने बच्चे को तालिबानी सजा दी। दो महिला टीचरों ने बच्चे को नंगा करके रस्सी से बांधकर पेड़ पर लटका दिया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में भारी आक्रोश है। परिजन, ग्रामीण और अभिभावक स्कूल के बाहर जमा होकर विरोध प्रदर्शन करने लगा। पूरा ममाला सूरजपुर जिले के रामानुजनगर विकासखंड के नारायणपुर गांव का है।
कैसे हुई घटना?
सोमवार सुबह स्कूल में पढ़ाई शुरू होते ही नर्सरी/केजी क्लास की शिक्षिका काजल साहू ने बच्चों का होमवर्क चेक किया। इसी दौरान एक बच्चे ने अपना काम पूरा नहीं किया था। आरोप है कि गुस्से में शिक्षिका काजल और अनुराधा देवांगन ने मिलकर बच्चे को क्लास से बाहर निकाला, उसके कपड़े उतारे और रस्सी से बांधकर स्कूल परिसर के अंदर लगे एक पेड़ पर लटका दिया।
बच्चा घंटों तक रोता रहा, नीचे उतरने की गुहार लगाता रहा, लेकिन दोनों शिक्षिकाओं ने उसे नहीं छोड़ा। इसी दौरान एक युवक ने छत से इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वीडियो देखते ही लोग हैरान और गुस्से से भर गए।
अभिभावकों का गुस्सा फूटा
वीडियो सामने आने के बाद बच्चे के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। उनका कहना है कि यह घटना क्रूरता की हद है और ऐसे शिक्षकों को किसी भी बच्चे के पास रहने का अधिकार नहीं है। परिजनों ने स्कूल बंद करने और शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की मांग की।
टीचर ने रोते हुए गलती स्वीकार की
जब मीडिया और प्रशासन ने शिक्षिका काजल साहू से बात की, तो वे फूट-फूटकर रो पड़ीं और गलती स्वीकार कर ली। उन्होंने कहा कि बच्चा पढ़ाई में कमजोर था, इसलिए डराने के लिए सजा दी थी। लेकिन इस कथन ने लोगों के आक्रोश को और बढ़ा दिया। स्कूल संचालक सुभाष शिवहरे ने इस घटना को बच्चों को अनुशासित करने का तरीका बताया। उनका कहना था कि आजकल के बच्चे उदंड और हाईब्रिड हैं, इसलिए उन्हें डांटना या डराना पड़ता है। शिक्षा विशेषज्ञों और अभिभावकों ने इस बयान को बेहद संवेदनहीन और गैर-जिम्मेदाराना बताया।
अतीत में भी अमानवीय दंड के आरोप
ग्रामीणों ने दावा किया कि इस स्कूल में पहले भी बच्चों को अमानवीय तरीकों से दंडित करने की घटनाएं सामने आई हैं। आरोप है कि कुछ बच्चों को कुएं में लटकाने तक की घटनाएं हुई थीं, हालांकि स्कूल प्रबंधन इसे नकारता है।
शिक्षा विभाग की जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) डीएस लकड़ा, क्लस्टर इंचार्ज मनोज यादव और पुलिस टीम स्कूल पहुंची। दोनों शिक्षिकाओं के बयान दर्ज किए गए और वीडियो के आधार पर जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) अजय मिश्रा को भेज दी गई है। प्रशासन ने कहा कि कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
बच्चा सुरक्षित, लेकिन मानसिक आघात गहरा
परिजन ने बताया कि बच्चा फिलहाल सुरक्षित है, लेकिन घटना ने उसे मानसिक रूप से गहरा प्रभावित किया है। परिवार ने दोनों शिक्षिकाओं और स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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