Ganesh Chaturthi 2024 : 2 दिन बाद गणेशोत्सव की मचेगी धूम, अंतिम रूप देने में जुटे मूर्तिकार, पंडालों घरों में भी हो रही जम कर तैयारी
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- गणेश उत्सव केवल 2 दिन ही शेष हैं। 7 से 16 सितंबर तक गणेशोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। नवापारा अंचल में गणेशोत्सव धूमधाम से मनाने के लिए भक्त तैयारियों में जुट गए हैं। मूर्तिकार प्रथम पूज्य गणेश जी की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। बच्चे व विभिन्न समिति के सदस्य भगवान श्री गणेश के स्वागत की तैयारी में लगे हुए हैं।
विभिन्न गणेशोत्सव समिति की ओर से नवापारा नगर के गली-मोहल्लों में 30 से अधिक जगहों पर सार्वजनिक रूप से गणेश जी की स्थापना की जाएगी। इसकी तरह घरों में भी गणेश जी की मूर्ति की स्थापना कर 10 दिनों तक भक्त पूजा-अर्चना करेंगे। गणेश जी की छोटी मूर्तियों की इस साल डिमांड भी ज्यादा हो रही है। मूर्तिकारों के पास अग्रिम बुकिंग चल रही है।
नवागांव के प्रसिद्ध मूर्तिकार कृष्णा चक्रधारी, संजय चक्रधारी, त्रिलोक चक्रधारी इनकी बनाई हुई मूर्तियां राजधानी रायपुर , नवापारा, राजिम , धमतरी सहित दूर अंचल तक काफी प्रसिद्ध है। कई वर्षों से इनका पूरा परिवार मूर्तियाँ बनाने का कार्य करता आ रहा है । कृष्णा चक्रधारी ने बताया कि उनका पूरा परिवार इस कार्य मे उनका सहयोग करता है इस बार केवल बड़ी मूर्तियों का ही ऑर्डर लिया है जिसे फाइनल लुक देने सुबह से लेकर रात तक लगे हुए है ।
छोटी मूर्तियों की डिमांड ज्यादा
कोलियारी के मूर्तिकार मनीष चक्रधारी तीन महीने पहले से मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं को आकार देने में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष वे 300 के करीब छोटी गणेश मूर्तियां (सांचे वाली) और 3 से 6 फिट की बड़ी मूर्तियां को आकार देने में जुटे हुए हैं। मूर्ति स्थापित करने बच्चे व समिति के सदस्य मूर्तिकारों के पास पहुंचकर अपने पसंद की प्रतिमाओं कि पहले से बुकिंग कर रहे हैं। मूर्ति को आकार लेता देखना बच्चों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ।
वहीं नगर के सभी गणशोत्सव समिति के सभी सदस्य गणेशोत्सव धूमधाम से मनाने तैयारी में लगे हुए हैं। पंडाल निर्माण के लिए टेंट व लाइट, प्रसाद के लिए हलवाई आदि की व्यवस्था में उनकी बुकिंग करने के लिए जुटे हुए हैं। हर साल नवापारा नगर में गणेशोत्सव की धूम रहती है, जो आसपास के क्षेत्र में प्रसिद्ध है।
मिट्टी से बने गणेश ही करे स्थापित
प्रयाग न्यूज की तरफ से एक अपील कि घरों मे मिट्टी से ही बने गणेश जी की स्थापना करे क्यों कि मिट्टी मे पंचतत्वों का समावेश होता है । मिट्टी के गणेश जी की पूजा से गणेश जी और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और पूजा का उचित फल प्राप्त होता है । साथ ही पर्यावरण को भी किसी प्रकार की हानि नहीं होती ।
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