ग्राम पंचायत कुर्रा में 15 परिवारों का हुक्का पानी बंद, विवाद की जड़ बना मुनगा का पेड़, जानिए पूरा मामला

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- मुनगा के पेड़ में भरपूर मात्रा में विटामिन व जरूरी पोषक तत्व होते हैं। इसके उपयोग से कुपोषण दूर किया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी इसका सेवन लाभदायक माना है, लेकिन धमतरी जिले के ग्राम पंचायत कुर्रा के आश्रित गांव भोथीपार में घर के सामने मुनगा पेड़ लगाने वाले 15 परिवारों के लिए मुसीबत बन आया है। ग्राम विकास समिति के सदस्यों और पदाधिकारियों ने एकतरफा हुकूमत चलाकर सभी परिवारों के करीब 50 सदस्यों का हुक्कापानी ही बंद कर बहिष्कृत कर दिया है।

शिकायत लेकर जनदर्शन पहुंचे ग्रामीण

विवाद की जड़ मुनगे का पेड़

इस मनमानी से परेशान पीड़ित परिवार के तुकाराम साहू, भागवत राम साहू, तिलकराम साहू, हेमलाल साहू, हेमनाथ साहू और जनक राम साहू आदि लोगों ने सोमवार को जनदर्शन में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। पीडित परिवारों ने बताया है कि, उनके घर के सामने में मुनगा यानि सहजन के पेड़ लगे हैं। मुनगा पेड़ लगाने की बात को लेकर ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने गांव के 15 परिवारों को बहिष्कृत कर दिया है। इससे इन परिवारों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।

जांच में जुटा प्रशासन

बहिष्कृत परिवारों ने बताया कि इन परिवारों के घर के सामने भी अगर गांव का कोई व्यक्ति चौराहे पर बैठ जाए, तो उस व्यक्ति को 100 रुपये से दंडित किया जा रहा है। इससे अन्य ग्रामीणों में भी दहशत है। पीडित परिवारों के अनुसार अलग करने के कारण गांव में कोई भी व्यक्ति इन परिवारों के सदस्यों से बात नहीं करता है। कोई मजदूरी करने भी उनके घर नहीं आते है ना ही उनको काम पर बुलाते हैं। ऐसे में उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी शिकयात मिलने पर जिला प्रशासन मामले की जांच में जुट गई है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी, ताकि ग्रामीणों को न्याय मिल सके।

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