कृषि महाविद्यालय स्थल को लेकर अब ग्रामीणों का विरोध, पूर्व चयनित स्थल पर महाविद्यालय बनाने SDM को सौंपा ज्ञापन

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– कृषि महाविद्यालय स्थल चयन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा अब राजिम क्षेत्र के ग्राम पोखरा स्थित कृषि उद्यानिकी बीज उत्पादन फार्म में कृषि महाविद्यालय खोलने की मांग को लेकर कृषि महाविद्यालय संघर्ष समिति ने अनुविभागीय अधिकारी राजिम को ज्ञापन सौंपा। जिसमें ग्राम पंचायत परसदा जोशी से नारायण साहू, तिजेश्वर सेन, मदन लाल साहू गणेश्वर साहू, तुकाराम साहू, लखन साहू, ग्राम दुतकैया से बोधन साहू, रोमन लाल बंजारे, नरेंद्र निषाद, हिरऊराम साहू, राजकुमार साहू, दौलतराम भोसले, भागीरथी साहू, भुवन पटेल, मदन साहू, ग्राम रक्सा से लेखराम ध्रुव सहित अधिवक्ता अरविंद शर्मा, टीकम साहू उपस्थित थे।

30.80 हेक्टेयर भूमि हो चुकी है आबंटित

समिति के प्रतिनिधियों ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार की मंशा के अनुरूप राज्य के सभी जिलों में कृषि महाविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया था। इसी क्रम में जिला गरियाबंद अंतर्गत कृषि महाविद्यालय की स्थापना हेतु शासन द्वारा आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के पश्चात विकासखंड फिंगेश्वर के ग्राम पोखरा स्थित कृषि फार्म का चयन किया गया। ग्राम पोखरा स्थित कृषि फार्म की कुल भूमि 178.80 हेक्टेयर है, जिसमें से बीज निगम रायपुर द्वारा 30.80 हेक्टेयर भूमि कृषि महाविद्यालय के लिए आवंटित की गई है।

नवीन भवन के चयन पर जता रहे विरोध

बताया गया कि प्रारंभ में नगर पंचायत फिंगेश्वर स्थित भवन में कृषि महाविद्यालय की कक्षाएं भी प्रारंभ की गई थी, परंतु आचार संहिता लागू होने के कारण इसका औपचारिक उद्घाटन रोक दिया गया था। अब राजनीतिक संकीर्णता के कारण उक्त महाविद्यालय को विकासखंड मुख्यालय फिंगेश्वर में अस्थायी रूप से प्रारंभ कर दिया गया है तथा नवीन शासकीय भवन के लिए ग्राम किरवई का चयन किया गया। स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं आमजन इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब शासन द्वारा पोखरा कृषि फार्म का चयन कर भूमि आवंटित कर दी गई है, तो अन्यत्र महाविद्यालय की स्थापना करना अनुचित है।

निर्धारित स्थल पर नहीं बनने पर आंदोलन के लिए होंगे बाध्य

जनप्रतिनिधियों का स्पष्ट कहना है कि यदि सरकार पूर्व निर्धारित स्थल पोखरा के स्थान पर अन्यत्र भवन निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ करती है, तो जनता आंदोलन करने, सरकार पर दबाव बनाने तथा नगर बंद जैसे कदम उठाने को बाध्य होगी। सभी जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने एक स्वर में मांग की कि कृषि महाविद्यालय की स्थापना पूर्व निर्धारित स्थल, ग्राम पोखरा (फिंगेश्वर) स्थित कृषि फार्म में ही की जाए। उन्होंने बताया कि ग्राम पोखरा स्थित फार्म के पास महानदी का एनीकट बना हुआ है, जहां से नया रायपुर को पानी की आपूर्ति की जाती है।

पुराने स्थान पर है पूरी सुविधाएं

भविष्य में पोखरा फार्म के पास सूखा नदी पर बैराज बनाकर सिंचाई सुविधा प्राप्त की जा सकती है। सिकासेर जलाशय से नहरों के माध्यम से पोखरा कृषि फार्म को सीधे पानी की आपूर्ति की जाती है। फार्म के आसपास जलस्तर अच्छा है। कृषि फार्म पोखरा में कृषि महाविद्यालय की स्थापना से आसपास के कृषि बाहुल्य क्षेत्र को काफी सुविधा होगी। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पोखरा में सड़क सुविधा भी बहुत अच्छी है। चारों दिशाओं से आवागमन की सुविधा उपलब्ध है।

बता दे कि हाल ही में कृषि महाविद्यालय के लिए फिंगेश्वर नगरवासी भवन निर्माण की मांग को लेकर 21 और 22 अगस्त को फिंगेश्वर में महाबंद और धरना-प्रदर्शन किया था, जिसमें नगर पूर्णत: बंद रहा। ( पढ़ें पूरी खबर …..)

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