गरियाबंद में टैडी बियर आर्ट्स बनेगी महिलाओं के लिए आजीविका का नया साधन, स्वरोजगार के लिए किया जा रहा प्रशिक्षित

टैडी बियर आर्ट से जिले की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त होने का नया साधन मिलेगा।

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेश में रजत जयंती वर्ष मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में गरियाबंद कलेक्टर बी.एस. उइके के निर्देशानुसार जिले की महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने एवं उन्हें आत्म निर्भर बनाने विभिन्न विभागीय गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

इसी तारतम्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नवाचार करते हुए लड़कियों, महिलाओं को टैडी बियर एवं विभिन्न प्रकार की सजावटी समान एवं खिलौने कलाकृतियां बनाने की ट्रेंनिंग दी जा रही है। महिलाएं नरम कपड़े, रूई, धागा, बटन, फोम, रिबन, स्कार्फ, प्लास्टिक, फाईबर फिलिंग आदि वस्तुओं का उपयोग करके पशु-पक्षी, गिलहरी, खरगोश, तोता, बंदर, चिडिया, भालू, आदि आकर्षक एवं रंग बिरंगी वस्तुओं का निर्माण कर रही है। लड़कियों एवं महिलाओं को कलेक्ट्रेट परिसर के बेबी केयर यूनिट कक्ष में प्रशिक्षण देकर आजीविका के नये साधन विकसित करने के गुर सिखाये जा रहे हैं।

आज कलेक्टर बी.एस. उइके ने प्रशिक्षण स्थल का अवलोकन किया। उन्होंने महिलाओं द्वारा टैडी बियर एवं विभिन्न प्रकार के कलाकृतियों को देखकर प्रशिक्षणार्थियों की खूब प्रशंसा की। उन्होंने इस कला को जिले की अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंचाने में भागीदारी निभाने के निर्देश विभागीय अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि टैडी बियर आर्ट से जिले की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त होने का नया साधन मिलेगा। साथ ही महिलाओं को स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।

उन्होंने निर्मित वस्तुओं के मार्केटिंग एवं बिक्री के लिए गरियाबंद शहर में स्थित वन विभाग परिसर के सी-मार्ट में जगह निर्धारित करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर नवीन भगत, डीपीओ अशोक पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

विभिन्न कलाकृतियां बनाने की ट्रेनिंग

डीपीओ श्री पाण्डेय ने बताया कि महिलाओं को सहेली सोशल वेलफेयर फाउंडेशन स्व सहायता समूह नवागढ़ जिला बेमेतरा के विशेष सहयोग से विभिन्न कलाकृतियां बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। टैडी बियर कलाकृतियों की बाजार में खूब डिमांड है। इस प्रकार की कलाकृति बनाने का खर्च बहुत कम होता है। एक बार पूर्ण हो जाने के पश्चात कलाकृति ऊंचे दामों में बिक्री होती है। टैडी बियर आर्ट्स के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर जिले की महिलाएं विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों का निर्माण का स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ेंगी। इसके माध्यम से उन्हें घर से ही अतिरिक्त आय अर्जित करने का नया अवसर मिलेगा।

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