श्री कुलेश्वर महादेव महाविद्यालय में हिन्दी दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन, हिन्दी की महत्ता पर अपने विचार किए व्यक्त

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– श्री कुलेश्वर महादेव शासकीय महाविद्यालय, गोबरा-नवापारा में हिन्दी दिवस के अवसर पर महाविद्यालय परिवार द्वारा विविध साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन, भाषण, कविता-पाठ, सुलेख एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता विशेष रूप से सम्मिलित हैं।
इस अवसर पर विभागाध्यक्षों एवं प्राध्यापकों ने भी हिन्दी की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किए। हिन्दी विभाग के प्राध्यापक टिकेश्वर सिंह मरकाम ने कहा कि हिन्दी हमारी आत्मा की भाषा है, जिसने भारत की विविधता को एक सूत्र में पिरोया है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे हिन्दी भाषा के अध्ययन और प्रयोग में गर्व का अनुभव करें तथा इसे आधुनिक तकनीक और वैश्विक मंच पर भी प्रतिष्ठा दिलाएँ।
डॉ. अनिता साहा ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि हिन्दी केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, साहित्य और संवेदनाओं की धड़कन है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हिन्दी भाषा में ज्ञान का अथाह भंडार छिपा है, अतः हमें इसे अपने जीवन और व्यवहार में अधिक से अधिक स्थान देना चाहिए।
हिन्दी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की पहचान

डॉ. प्रेमेन्द्र कुमार उपाध्याय ने अपने वक्तव्य में कहा कि हिन्दी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की पहचान है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को चाहिए कि वह हिन्दी के प्रयोग को व्यवहार, शिक्षा, शोध और तकनीक के क्षेत्र में बढ़ावा दे। जब तक हम अपनी भाषा पर गर्व नहीं करेंगे, तब तक किसी भी राष्ट्र की सशक्त पहचान संभव नहीं है।
नागेंद्र निषाद ने विद्यार्थियों को हिन्दी भाषा के महत्व से अवगत कराते हुए कहा कि हिन्दी केवल राजभाषा ही नहीं, बल्कि सम्पर्क और संस्कृति की भाषा है। यह भारतीय एकता और राष्ट्रीय पहचान की सशक्त धुरी है।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भी बढ़-चढ़कर सहभागिता की। कुछ विद्यार्थियों ने ओजस्वी भाषण प्रस्तुत कर हिन्दी की महत्ता और उसकी वैश्विक उपयोगिता को रेखांकित किया। वहीं अन्य विद्यार्थियों ने भावपूर्ण कविता पाठ कर हिन्दी भाषा की सौंदर्य-समृद्धि और उसकी सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत कर दिया। उनकी प्रस्तुतियों ने वातावरण को उत्साहपूर्ण और प्रेरणादायी बना दिया।
विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता कर हिन्दी के प्रति अपनी आस्था एवं गौरव को प्रकट किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक एस. आर. वड्डे, डॉ. प्रेमेंद्र कुमार उपाध्याय, टिकेश्वर सिंह मरकाम, डॉ. अनीता साहा, रमेश कुमार लहरे, श्वेता मिश्रा, सरस्वती बेरवंशी, पुरुषोत्तम कुमार काबरा, पीयूषकांत भारद्वाज, मोनिका साहू, नंदनी साहू, पुष्पलता कँवर एवं साक्षी मेश्राम समस्त अतिथि व्याख्याता, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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