नक्सलियों के खिलाफ बड़ा आपरेशन: मारे गए 29 नक्सली, इसमें 2 नक्सली पर 25 लाख के इनाम
हम चर्चा के लिए भी तैयार, बस्तर का विकास हमारी प्राथमिकता - विजय शर्मा

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- कांकेर जिले के थाना छोटेबेटिया क्षेत्रांतर्गत बिनागुंडा एवं कोरोनार के बीच जंगल में डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में जवानों और नक्सलियों के बीच जमकर गोलीबारी हुई, जिसमें 29 सीपीआई माओवादी मारे गए है । हमले में 25 लाख के इनामी नक्सली कमांडर शंकर राव के भी मारे जाने की खबर है। मुठभेड़ में 3 जवान भी घायल हुए है ।
क्षेत्र में बड़े नक्सलियों के बैठक की सूचना पर डीआरजी एवं बीएसएफ के जवानों को सर्चिंग पर भेजा गया था । बिनागुंडा एवं कोरोनार के बीच हापाटोला जंगल में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई । मंगलवार दोपहर डेढ़ से साढ़े चार बजे तक हुई मुठभेड़ में 29 माओवादी मारे गए जिसमें नक्सलियों के कमांडर व 25 लाख का इनामी शंकर राव तथा 25 लाख की इनामी ललिता भी शामिल हैं। साथ ही माड क्षेत्र का नक्सली कमांडर राजू भी मारा गया है। जवाबी कार्यवाही में बीएसएफ के इंस्पेक्टर को पैर में गोली लगी है और डीआरजी के दो जवान भी घायल हुए हैं। तीनों को एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। सर्चिंग में नक्सलियों से एके 47, एलएमजी और इंसास रायफल जैसे खतरनाक हथियार भी बरामद किए गए हैं।
अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़
आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने कहा कि नक्सली कमांडर शंकर, ललिता, राजू की मौजूदगी की सूचना के बाद ऑपरेशन चलाया गया। अब तक 29 सीपीआई माओवादी कैडरों के शव बरामद किए जा चुके है । भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है । काफी बड़ी मात्रा में एके 47 , इन्सास समेत कई हथियार मिले हैं। ऑपरेशन में 3 जवान घायल हो गए है । सभी घायल सुरक्षाकर्मियों का इलाज चल रहा है। यह अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ों में से एक है।
बस्तर का विकास हमारी प्राथमिकता
गरियाबंद दौरे पर पहुंचे छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम व गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि कांकेर के दक्षिण में और नारायणपुर के उत्तर में माड़ का एक क्षेत्र है, जहां पर ऑपरेशन के दौरान बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं । मैं इसकी बधाई और श्रेय हमारे सुरक्षा बलों के जवानों को देना चाहता हूं। डीआरजी, सीआरपीएफ, सीएएफ, बीएसएफ ये जवान ही हैं, जिनकी ताकत पर यह सब संभव हो पाया है। साथ ही साथ पुलिस के अधिकारी भी बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस और सेना के जवानों को ऑपरेशन के लिए जो-जो सामग्री और सुविधा की आवश्यकता होगी सब कुछ दिया जाएगा। साथ ही साथ बस्तर का विकास हो इसके लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। हम नक्सलियों से बातचीत करना चाहते हैं। चाहे एक व्यक्ति, समूह या बड़ा समूह बात करना चाहता है तो हम तैयार हैं। चर्चा के माध्यम से हल निकले और बस्तर में शांति स्थापित हो। गांव गांव तक विकास पहुंचे। बस्तर में आज गांव में पानी नहीं है आज गांव में बिजली नहीं है, इस युग में भी वहां पर यह कितनी बड़ी बात है। इसलिए हम चर्चा के लिए भी तैयार हैं। बस्तर का विकास हमारी प्राथमिकता है।
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