9वीं की छात्रा ने हॉस्टल में की आत्महत्या, सुसाइड नोट ने खोली प्राचार्य की करतूत; जांच में जुटी प्रशासन की टीम

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। नौवीं कक्षा की छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें छात्रा ने स्कूल के प्राचार्य पर बैड टच और मानसिक-शारीरिक प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल आरोपी प्राचार्य को हिरासत में लेकर मामले की जांच की जा रही है। घटना जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र का है।
जानिए पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, छात्रा सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र की रहने वाली थी और बगीचा क्षेत्र के गोवासी गांव के सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा नौवीं में अध्ययनरत थी। वह स्कूल परिसर में ही प्रिंसिपल द्वारा संचालित हॉस्टल में रहती थी। रविवार शाम हॉस्टल की अन्य छात्राएं मौदान में खेल रही थीं। इसी दौरान करीब 7 बजे छात्रा अपने कमरे में पहुंची और दुपट्टे के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। कुछ देर बाद उसकी रूममेट वहां पहुंची तो छात्रा का शव फंदे से लटकता मिला। घबराकर उसने नीचे भागकर शिक्षक को सूचना दी।
सुसाइड नोट में प्राचार्य पर यौन शोषण के आरोप
शिक्षक और स्टाफ ने छात्रा को नीचे उतारा और तुरंत अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार सुबह जब पुलिस और जांच टीम ने हॉस्टल के कमरे की तलाशी ली, तो वहां से सुसाइड नोट बरामद हुआ। नोट में छात्रा ने स्कूल के प्राचार्य कुलदीप टोपनो पर बैड टच, छेड़छाड़ और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लिखे हैं। छात्रा ने यह भी लिखा है कि प्राचार्य और भी छात्राओं के साथ इसी तरह की हरकतें करते हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर आरोपी प्राचार्य को हिरासत में ले लिया है।
अवैध रूप से चल रहा था हॉस्टल, दस्तावेज जब्त
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि स्कूल परिसर में जिस हॉस्टल में छात्रा रहती थी, वह पिछले दो साल से बिना किसी सरकारी अनुमति के संचालित किया जा रहा था। आदिवासी विकास विभाग के सहायक संचालक संजय सिंह के अनुसार, हॉस्टल संचालन के लिए विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
बताया जा रहा है कि स्कूल में 6वीं से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित हैं, जहां कुल 124 छात्र पढ़ते हैं। इनमें से 22 लड़के और 11 लड़कियां अवैध रूप से संचालित हॉस्टल में रह रहे थे। प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन के सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं और अनुमति संबंधी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।
प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम जांच में जुटी
घटना के बाद जिला शिक्षा अधिकारी (DEO), सहायक आयुक्त, एसडीएम, बीईओ, तहसीलदार, एसडीओपी और बगीचा थाना पुलिस की संयुक्त टीम स्कूल पहुंची। टीम ने हॉस्टल, कमरों और स्कूल परिसर की विस्तृत जांच की। बगीचा एसडीएम प्रदीप राठिया ने बताया कि पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच चल रही है। जांच के बाद ही वास्तविक कारणों और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
स्कूल का संचालन ग्रामीण शिक्षा समिति द्वारा किया जा रहा था, जिसके अध्यक्ष इलियास कुजूर हैं। जांच टीम ने स्पष्ट किया है कि हॉस्टल की अनुमति न होने के कारण प्रशासन स्कूल प्रबंधन पर भी कार्रवाई करेगा।
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