अवैध रेत घाट मामला : चौथा आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी समेत दो फरार

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- पारागांव रेत घाट मामले में गोबरा नवापारा पुलिस ने चैन माउंटेन मशीन चालक को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं मुख्य आरोपी मुकेश ढ़िढी और अंकित तिवारी अभी भी फरार है। बता दें कि बुधवार-गुरूवार की रात्रि पारागांव रेत घाट में मजदूर राजेश यादव (25 वर्ष) की मौत हो गई थी।

इस मामले में नवापारा थाने में 6 आरोपी के खिलाफ धारा 304ए, 34, 379 एवं खनिज अधिनियम 21(1) के तहत FIR दर्ज किया गया है। इससे पहले 3 आरोपी जयवर्धन बघेल, निलेश राजपूत, विमलेश द्विवेदी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं रायपुर एसएसपी संतोष सिंह ने नवापारा थाना प्रभारी अवधराम साहू को कार्य में उदासीनता और लापरवाही बरतने पर लाइन अटैच कर दिया है।
शासन बदला पर स्थिति बद से बदतर
गौरतलब है कि खनिज मंत्रालय खुद मुख्यमंत्री के पास होने के बाद भी विभाग के अधिकारी रेत माफियाओं को खुली छूट दे रखे हैं, जिससे भाजपा सरकार की छवि पर भी दाग लग रहा है। अभनपुर विकासखंड के ग्राम लखना, पारागांव, सेमरा, चम्पारण सहित कई जगहों पर खनिज विभाग से सेटिंग कर कई सत्ताधारी दल के नेता और उनसे रेत घाट का अवैध संचालन कर रहे है। ये माफिया वाले दिन के उजाले में रेत को सरकारी जगह पर ढंप किया जा रहा है और रात में बेखौफ होकर इसका परिवहन करते हैं।
जानकारी के अनुसार खनिज उप संचालक किशोर कुमार गोलघाटे को अवैध रेत उत्खनन को लेकर कई बार सूचना दी गई लेकिन सूत्रों के मुताबिक घाट को एक दिन की सील बंद कार्यवाही कर फौरन सेटिंग कर काम पुनः शुरू करवा दिया गया। नतीजतन अभनपुर में रेत माफियाओं का गुंडाराज हावी हो गया और मजदूर को मौत के घाट उतार दिया गया है।
घटना वाले दिन खनिज विभाग के रघुनंदन भारद्वाज थाने पहुंचे हमारे प्रतिनिधि ने जब जानकारी चाही तो उच्च अधिकारियों से जानकारी लेने की बात कहते हुए वापस चले गए। ये वही अधिकारी हैं जो लगभग 25 वर्षों से एक ही जगह जमे हुए हैं।
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