ऑनलाइन गेम ने बना दिया कर्जदार, फिर दोस्तों के साथ मिलकर बनाया बैंक लूटने का प्लान, दो बार चोरी की कोशिश फिर भी नाकाम

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- गरियाबंद जिले में चोरी की कोशिश करने वाले एक नाबालिक सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों ने मिलकर कुछ दिन पहले एटीएम और बैंक में धावा बोला था। पुलिस ने महज 48 घंटे में इन आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर तीनों आरोपी पकड़े गए है।
सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी निशा सिन्हा ने बताया कि गरियाबंद में केनरा बैंक एटीएम तथा पांडुका के ग्रामीण बैंक में चोरी की कोशिश करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पतासाजी के दौरान संदेही आरोपी अरूण कुमार ध्रुव पिता ध्रुव सिंग 28 वर्ष को ग्राम छिन्दोला स्कूल के पीछे जिला गरियाबंद को पुछताछ करने के लिए हिरासत में लिया गया। पुछताछ में उसने बताया कि वह धान खरीदी का काम करता है और आनलाइन गेम खेलने का भी आदि है। उसे धान खरीदी बिक्री और आनलाइन गेम से लगभग 25-30 लाख रूपये का कर्ज हो गया है।
ऑनलाइन गेमिंग में 5 लाख से ज्यादा हारा
पूछताछ में अरुण ने बताया कि पहले ऑनलाइन गेमिंग में वह ढाई लाख रुपये जीत चुका था लेकिन लालच में आकर अधिक पैसे कमाने के लिए उसने आगे भी ऑनलाइन गेमिंग जारी रखी और खेलते खेलते इसमें 5 लाख से ज्यादा का कर्जा हो गया। कर्ज को चुकाने के लिये उसे पैसे की जरूरत थी।
वह पाण्डुका रोड से आना जाना करता था, तो पाण्डुका के ग्रामीण बैंक में रात्रि में लोगो का आना जाना कम होने से बैंक से चोरी करने की योजना आरोपी के मन में आया। फिर उसने अपने गांव के ही साथी टकेश्वर यादव और अपने परिचित के नाबालिग बालक से सम्पर्क कर बैंक से चोरी करने की अपनी योजना बताई और उन लोगों ने भी हामी भर दी।
ऐसे पकड़ में आए आरोपी

गरियाबंद SDOP निशा सिन्हा ने बताया कि घटना के बाद गरियाबंद और पांडुका क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसके अलावा टावर डंप लोकेशन निकाली गई। जिसके आधार पर तीनों आरोपियों को पकड़ने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया की घटना वाले रात तीनों आरोपी का मोबाइल दोनों घटना स्थल में एक्टिव था। मोबाइल लोकेशन के आधार कर ग्राम छिन्दौला निवासी अरुण ध्रुव (28) तथा टिकेश्वर यादव (38) के साथ एक नाबालिक आरोपी गिरफ्तार पूछताछ की गई तो तीनों आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है।
चोरी करने के लिए पहले गैस कटर किया चोरी
मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी ने आगे बताया कि आरोपियों ने पहले कुल्हाड़ी की मदद से गरियाबंद एटीएम में चोरी की कोशिश की थी लेकिन शटर का ताला तोड़ने के बाद एटीएम मशीन को तोड़ने में नाकाम रहे। इसके बाद आरोपियों द्वारा चोरी के लिए नई जगह और नया तरीका अपनाया। आरोपियों ने पहले रायपुर मार्ग में स्थित कोमल ट्राली से गैस सिलेंडर और गैस कटर चोरी की। इसके बाद पाण्डुका बैंक में चोरी करने पहुचें। गैस कटर की मदद से आरोपीयों ने बैंक के मुख्य गेट में लगे दोनों ताले को काटकर अंदर पहुंच गए।
नाबालिक रास्ते में कर रहा था रेकी
योजना के अनुसार अपचारी बालक बैंक के सामने खडे होकर आने जाने वालों को रेकी कर रहा था। अरूण और टकेश्वर दोनों मिलकर आलमारी में रूपये होगा सोचकर गैस कटर से काटने का प्रयास किया लेकिन नही काट पाए। तब वे दूसरे कमरे में पहुंचे वहां पर लॉकर मिला लेकिन लॉकर की मोटाई देखकर वे हिम्मत हार गए। आसपास के दराज में रकम ढूंढे कहीं रकम नही मिली तब बैंक से सी.सी.टी.व्ही. का डी.व्ही.आर., मॉनिटर को निकालकर अपने साथ लेकर बैंक से बाहर आ गए।
कैमरा, डीवीआर नदी में फेंका

पांडुका से वापस लौटते समय आरोपियों ने बैंक से चोरी किए गए सीसीटीवी कैमरा, डीवीआर, मॉनिटर और चोरी के लिए प्रयोग किये गए सामान को मालगांव पुल से नदी में फेंक दिया था। आरोपियों के बताए अनुसार सोमवार सुबह नगर सेनानी की टीम की मदद से सभी सामान को पैरी नदी से बरामद कर लिया गया है।
पूरी कार्यवाही में एसडीओपी निशा सिन्हा के मार्ग दर्शन में पाण्डुका थाना प्रभारी चंद्रप्रकाश नेताम, गोपाल साहू, स्पेशल टीम अंगद राव, सुशील पाठक, सतीश गिरी शामिल थे।
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