प्रदर्शन का 12वां दिन : सहायक शिक्षकों ने ली जल-समाधि, आठ घण्टों तक खड़े रहे पानी में, शासन ने नहीं ली सुध

मंत्रालय ने DPI को दिया कोर्ट के आदेश के परिपालन का निर्देश

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- सामूहिक मुंडन के बाद सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर लगातार 12 दिन से प्रदर्शन कर रहे सहायक शिक्षकों ने सोमवार को जल समाधि ली। देर रात तक लगातार आठ घण्टे कमर तक पानी में खड़े रहने की वजह से 5 शिक्षकों की तबियत भी खराब हो गई। वहीं मंत्रालय ने DPI को कोर्ट के आदेश का परिपालन करने निर्देश जारी कर दिए है।

शासन ने नहीं ली सुध

लगभग 3000 सहायक शिक्षक सरगुजा और बस्तर से पैदल चलकर पिछले 12 दिनों से रायपुर में धरने पर बैठे हैं। शासन की ओर से अब तक कोई जनप्रतिनिधि इन सहायक शिक्षकों से मिलने नहीं पहुँचा है। तूता धरना स्थल पर लगातार 12 दिनों तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद सोमवार को इन सहायक शिक्षकों ने जलसमाधि लेकर शासन का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की।

हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन का निर्देश

सोमवार को जहाँ ये शिक्षक आठ घण्टों तक पानी में उतर कर खड़े रहे वहीं छत्तीसगढ़ शासन, स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा लोक शिक्षण संचालनालय को हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश जारी कर दिया गया है। जल्द ही विभाग द्वारा इन बीएड सहायक शिक्षकों की पदमुक्ति का आदेश जारी कर दिया जाएगा।

योग्यता अनुसार करे समायोजित

पिछले 14 माह से ये सहायक शिक्षक अपनी जमापूँजी लगाकर न्यायालय की लड़ाई लड़ रहे थे तथा अब सरकार से सेवा सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। कोर्ट के फ़ैसले के बाद राज्य के विधायकों तथा सांसदों के पास भटकते इन शिक्षकों का कहना है कि शासन-प्रशासन, नीतिनिर्माताओं की ग़लतियों की सजा हम मेहनतकश युवाओं को दी जा रही है, हम सभी अभ्यर्थी बी.एड., स्नातक/स्नाकोत्तर, टी.ई.टी. की योग्यता रखते हैं। भर्ती परीक्षा में चयनित होकर हमने अपनी पात्रता का प्रमाण दिया है। केवल परीक्षा के उपरांत नियमों में बदलाव की वजह से हमें बाहर किया जा रहा है। राज्य में शिक्षा विभाग के हज़ारों पद रिक्त हैं, हम चयनितों को इनकी योग्यता के अनुसार विभाग में समायोजित किया जा सकता है।

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