प्रसव को लेकर प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वाले BMO और स्टाफ नर्स निलंबित, वीडियो हुआ था वायरल
स्वास्थ्य मंत्री का निर्देश, लापरवाही करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई, मानवीय पहलुओं का रखा जाए ध्यान
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसूता द्वारा जमीन पर प्रसव किए जाने की घटना संज्ञान में आते ही स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने घटना की जांच के निर्देश दिए थे। मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच करवाई गई। मामला सरगुजा जिले के विकासखण्ड अंबिकापुर अंतर्गत नवानगर का है।
जानकारी के अनुसार संभाग मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर नवानगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 25 वर्षीय प्रसूता को लेकर शनिवार सुबह 9 बजे मितानिन पहुंची थी। 9.30 बजे प्रसव पीड़ा बढ़ने पर मितानिन ने डॉक्टर और नर्स को फोन किया, लेकिन कोई अस्पताल नहीं पहुंचा। 10 बजे मितानिन एवं परिवार की महिलाओं ने फर्श पर लिटाकर प्रसूता का असुरक्षित तरीके से प्रसव कराया था। किसी ने इसका वीडियो भी वायरल कर दिया था।
BMO और स्टाफ नर्स निलंबित
मामले की जानकारी मिलने पर सरगुजा कलेक्टर ने सीएमएचओ को जांच करने के निर्देश दिए। जांच के दौरान बीएमओ, संस्था प्रभारी, बीपीएम, स्टॉफ नर्स, एएनएम एवं स्थानीय मितानिन उपस्थित रहे। जांच के तहत सभी के समक्ष उक्त प्रकरण के बारे में बयान लिया गया, तथा जच्चा-बच्चा प्रसूता महिला एवं नवजात बच्चों को देखा गया। प्रसव को लेकर प्रोटोकॉल का पालन नही करने वाले खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ पी.एन. राजवाड़े को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया।
रात्रिकालिन स्टॉफ द्वितीय एएनएम श्रीमती मीना चौहान को तत्काल प्रभाव से हटाकर आयुष्मान मंदिर रेवापुर में कार्यादेशित किया गया। डयूटी में पदस्थ स्टॉफ नर्स बिना पूर्व सूचना के स्टॉफ नर्स कन्या पैंकरा कार्य में अनुपस्थित थी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि में संबंधित का मुख्यालय शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नवापारा किया गया। निलबंन अवधि में संबंधित को जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए है कि भविष्य में भी ऐसी गंभीर लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए और मरीजों के मानवीय पहलुओं का विशेष ध्यान रखा जाए।
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