गरियाबंद जिला अस्पताल में गहरी साज़िश का खुलासा: स्टाफ को अंधेरे में रख कर बनाए गए झूठे शिकायत पत्र, डॉ. सृष्टि यदु को फंसाने की नाकाम कोशिश

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) राकेश :– जिला अस्पताल गरियाबंद में डॉक्टरों के बीच चल रही अंदरूनी खींचतान और रची गई गहरी साजिश अब खुलकर सामने आने लगी है। कुछ दिनों पूर्व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गार्गी यदु की बहन डॉ. सृष्टि यदु के खिलाफ तैयार किया गया एक शिकायत पत्र अब विवादों में घिर गया है। झूठा शिकायत पत्र अब खुद षड्यंत्रकारियों के गले की फांस बन गया है।
स्टाफ को गुमराह कर हस्ताक्षर करवाए
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, हाल ही में डॉ. यदु के खिलाफ 63 कर्मचारियों के हस्ताक्षरों के साथ एक शिकायत पत्र जिला प्रशासन को भेजा गया था। यह शिकायत पत्र अस्पताल के स्टाफ को अंधेरे में रखकर तैयार किया गया। स्टाफ का आरोप है कि उनसे यह कहकर हस्ताक्षर करवाए गए कि यह आवेदन अस्पताल की सुविधाओं में सुधार और ओपीडी समय में बदलाव को लेकर है। जबकि असल में पत्र डॉ. सृष्टि यदु के खिलाफ शिकायत के रूप में भेजा गया। अब इसकी जानकारी कलेक्टर ओर संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवा को भेजी गई है।
मामला तब सामने आया जब यह पत्र कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचा और मीडिया में इसकी खबरें प्रसारित हुईं। मीडिया में प्रसारित खबरों से जब स्टाफ को असलियत का पता चला तो हड़कंप मच गया। स्टाफ ने इस झूठ की सच्चाई खुद सामने रखी। शिकायत में हस्ताक्षर करने वाले आधे से अधिक स्टाफ ने अपनी शिकायतें लिखित रूप से वापस लेते हुए कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी और डॉ. सृष्टि यदु ने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया। वे इस विवाद में नही रहना चाहते।
इधर, जिला अस्पताल के कई वरिष्ठ डॉक्टरों ने भी इस पूरे मामले में डॉ. गार्गी यदु का समर्थन करते हुए स्पष्ट किया कि उनके कार्यकाल में अस्पताल की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कायाकल्प टीम की जांच के दौरान डॉ. श्रृष्टि यदु द्वारा किसी के साथ कोई अनुचित व्यवहार नहीं किया गया।
डॉ. राजेंद्र बिनकर पर लगे षड्यंत्र का आरोप
सूत्रों के मुताबिक अस्पताल के विवादित डॉ. राजेंद्र बिनकर द्वारा स्टाफ से बिना पत्र पढ़वाए हस्ताक्षर कराए गए इसका वीडियो भी स्वास्थ्य विभाग के पास है। इसके आधार कर बताया जा रहा डॉ. बिनकर द्वारा अन्य कुछ डॉक्टरों के साथ मिलकर षड्यंत्र किया था, जिसका उद्देश्य जिला अस्पताल की व्यवस्था और डॉ. यदु की छवि को धूमिल करना था। जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।
इस घटना की जानकारी जिला अस्पताल के सिविल सर्जन द्वारा जिला स्वास्थ्य अधिकारी, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवा, कलेक्टर गरियाबंद और स्थानीय सांसद-विधायक को भी दी गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब उच्चस्तरीय जांच की मांग भी उठ रही है। इधर, इस पूरी साजिश ने जिला अस्पताल के कामकाज की पारदर्शिता और भरोसे पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन सच्चाई के साथ खड़ा होता है या साजिशकर्ताओं के दबाव में आता है।
डॉ. राजेंद्र बिनकर को नोटिस जारी
इस षड्यंत्र के मुख्य साजिशकर्ता के रूप में डॉ. राजेंद्र बिनकर का नाम सामने आ रहा है, जिनके खिलाफ कई बार कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। यह नोटिस उनकी अनियमित उपस्थिति और अन्य कार्यों में लापरवाही को लेकर जारी किए गए थे। जिसके चलते वे डॉ गार्गी यदु और उनकी बहन डॉ सृष्टि यदि के विरुद्ध षडयंत्र कर रहे है।
- 20 जनवरी 2023 – बिना अनुमति मुख्यालय से बाहर रहने और आपातकालीन सेवा प्रभावित होने के संबंध में कारण बताओ नोटिस।
- 22 जुलाई 2024 – जिला मुख्यालय में अनुपस्थित रहने और सायंकालीन ओपीडी में न उपस्थित होने पर स्पष्टीकरण नोटिस।
- 06 मार्च 2025 – ओपीडी में अनियमित उपस्थिति और आपातकालीन समय में अनुपस्थिति के संबंध में नोटिस
- 07 मार्च 2025 – नवजात शिशु को एसएनसीयू में भर्ती करने और रिफर करने के संबंध में स्पष्टीकरण नोटिस।
- 02 मई 2025 – सायंकालीन ओपीडी में अनुपस्थित पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस।
- 08 मई 2025 – आयुष्मान हॉस्पिटल में निजी प्रैक्टिस करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस।
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