गरियाबंद जिले के इस गाँव में तीन ने की आत्महत्या, आठ ने किया आत्महत्या का प्रयास, चला पूजा पाठ का दौर, अब ये कारण आए सामने

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– गरियाबंद जिले के ग्राम इंदागांव में विगत तीन माह में 03 व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या कर लिया गया साथ ही आठ व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या किये जाने का प्रयास करने का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर पूरे जिले में यह गांव चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर क्यों इस गाँव के लोग इस तरह का आत्मघाती कदम उठा रहे है। इसे लेकर गाँव में शांति की कामना के लिए पूजा पाठ भी कराया जा रहा है। इस तरह के लगातार हो रहे मामलों से गांव में डर का माहौल बन गया है।
मैनपुर ब्लाक के ग्राम इंदागांव में विगत तीन माह में तीन व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या करने एवं आठ व्यक्तियों द्वारा आत्महत्या का प्रयास किये जाने की सूचना पर एसडीओपी0 मैनपुर , एसडीएम0 मैनपुर, जनपद सीईओ, तहसीलदार ,मनोरोग विशेषज्ञ के साथ ग्राम इंदागांव पहुँचकर गांव के स्थानीय लोगो की बैठक बुलाई गई।
जिसमें गांव के सरपंच, पंच, कोटवार, महिलाएं एवं गणमान्य नागरिक के साथ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद निराला व टीम के अन्य सदस्य उपस्थित थे। काउंसिलिंग के दौरान गांव के युवाओं से सार्थक चर्चा की गई। चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि जिन 08 लोगों के द्वारा आत्महत्या करने का प्रयास किया किया जा रहा था सभी की अलग अलग समस्याएं थी।
ये कारण आया सामने
तीन आत्महत्या के प्रकरण में मर्ग जांच हेतु थाना इंदागांव में मर्ग कायम किया गया है। मर्ग जाँच के प्रारंभिक चरण में यह पता चला है कि मृतक कमल यादव पिता मोहन यादव उम्र 20 साल, मृतक चंद्रशेखर यादव पिता देवलाल यादव उम्र 19 साल, मृतक राजेन्द्र यादव पिता ढोलाराम यादव उम्र 45 साल सभी निवासी ग्राम इंदागांव के रहने वाले थे। मृतकों के परिजनों से पुछताछ में यह पाया गया कि मृतक कमल यादव एवं चद्रशेखर यादव दोनो अच्छे मित्र थे।
मृतक कमल यादव के पिता द्वारा गुटका खाने से मना करने पर उत्पन्न विवाद के कारण कमल यादव का आत्महत्या करना पाया गया। मृतक चंद्रशेखर यादव अधिक गुस्सेल प्रवृत्ति का था जो कमल यादव का घनिष्ठ मित्र था ,कमल यादव के आत्महत्या करने से सदमें में आकर चंद्रशेखर यादव द्वारा आत्महत्या करना पाया गया। मृतक राजेन्द्र यादव शराबी किस्म का व्यक्ति था, वो शराब के नशे में आत्महत्या कर लिया। वर्तमान में तीनों मर्ग जांच पर है।
मानसिक अवसाद आत्महत्या का मुख्य कारण
मीटिंग के दौरान ग्रामीणों सरपंच, पंचगण एवं गणमान्य नागरिकों एवं मनोवैज्ञानिक द्वारा मानसिक अवसाद को आत्महत्या का मुख्य कारण माना गया है। ग्राम में नशा विरोधी अभियान चलाये जाने की बात कही गई एवं ग्राम में महिला कमाण्डों गठित करने का प्रस्ताव रखा गया। क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री एवं शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कार्यवाही की जा रही है।
मनोरोग विशेषज्ञ टीम के द्वारा एक टोल फ्री नम्बर-14416 या 18008914416 के बारे में बताया गया। जिस पर किसी भी प्रकार का मानसिक एवं स्वास्थ्य समस्या होने पर इस टोल फ्री नम्बर पर 24 x 7 संपर्क किया जा सकता है। स्थानीय डॉक्टर एवं मनोरोग विशेषज्ञ टीम के द्वारा गांव में समय-समय पर काउंसलिंग करने का अश्वासन दिया गया है।
जिला प्रशासन द्वारा यह अपील की गई है कि किसी भी प्रकार के भ्रामक जानकारी पर ना ही ध्यान दे और ना ही इसे प्रसारित करे।
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