गरियाबंद ब्रेकिंग: हाथियों का आतंक, चिंगरापगार, गजपल्ला जलप्रपात में एंट्री बंद,जतमई-घटारानी मे अलर्ट
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- गरियाबंद जिले में हाथियों के आतंक को देखते हुए जतमई-घटारानी, झरझरा, चिंगरापगार, गजपल्ला समेत क्षेत्र के कई जलप्रपात में एंट्री बंद रखी गई है। जानकारी के अनुसार चिंगरापगार जलप्रपात क्षेत्र में एक बार फिर दतैल हाथी पहुंच गए है। इसके चलते वन विभाग ने शनिवार से चिंगरापगार में सैलानियों की एंट्री बंद कर दी है। विभाग ने कहा कि रविवार को भी एहतियातन के तौर पर यहां सैलानियों की एंट्री बंद ही रखी जाएगी।
वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में दो दतैल हाथी नागझर, विजयनगर, पचपेड़ी और चिंगरापगार जलप्रपात क्षेत्र में विचरण कर रहे है। दो हफ्ते पहले से ही यहां डेरा डाले हुए है। जिसके चलते सुरक्षा के दृष्टिकोण से चिंगरापगार जलप्रपात में आम नागरिकों और सैलानियों के प्रवेश को प्रतिबंधित करना पड़ा है। ज्ञात हो कि इसके पहले भी अगस्त के पहले हफ्ते में हाथियों के आमद के चलते जलप्रपात में एंट्री बंद कर दी थी। अगस्त के पहले हफ्ते से ही पांडुका रेंज के नागझर और चिंगरापगार क्षेत्र में तीन दतैल हाथी डेरा डाले हुए है। जिसके कारण एहतियातन के तौर पर वन विभाग और पुलिस विभाग को जलप्रपात में आने वालें सैलानियों के एंट्री में रोक लगा दी है।
वहीं हाथी के आमद के चलते वन विभाग गरियाबंद और पांडुका दोनो रेंज अलर्ट मोड में है। आसपास के सभी गांवों में मुनादी कर लोगो को अलर्ट किया गया है। इसके अलावा लगातार दंतैल हाथी की अपडेट ले जा रही है। गरियाबंद। चिंगरापगार में अमले को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है ।
जतमई-घटारानी मे अलर्ट
जिले के प्रसिद्ध जलप्रपात जतमई घटारानी मे भी पर्यटकों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। आने वाले पर्यटकों से शाम 5 बजे के पूर्व वापसी के लिए कहा जा रहा है । एवं शाम 5 बजे के बाद प्रवेश वर्जित किया गया है ।