चिंगरापगार ब्रेकिंग: दोपहर 3 बजे के बाद जलप्रपात में एंट्री बंद, 5 बजे से पहले निकलना होगा बाहर
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- गरियाबंद जिले का प्रसिद्ध चिंगरापगार जलप्रपात में जिला सहित बाहर से आने वाले सैलानियों की अब दोपहर तीन बजे के बाद प्रवेश नहीं दी जाएगी। यहां आने वाले बेतहाशा भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह फैसला लिया है। ज्ञात हो कि चिंगरापगार जलप्रपात में लगातार सैलानियों की बढ़ते भीड़ और गत रविवार को रपटे में बाढ़ आ जाने के कारण स्थिति काफी बिगड़ गई थी।
5 शाम बजे के पहले जलप्रपात से निकलना होगा बाहर
ट्रैफिक के साथ ही सुरक्षा संबंधी दिक्कतें आ रही थीं। जिसके बाद प्रशासन ने अब यहां गंभीरता दिखाई है। अब चिंगरापगार में बाहर से आने वाले सैलानियों को दोपहर तीन बजे के बाद प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा 5 शाम बजे के पहले जलप्रपात के अंदर की भीड़ को भी बाहर कर दिया जाएगा। दुपहिया और चार पहिया वाहनों को भी रपटे के पहले रोकने का फैसला किया गया है।
पुलिस, वन विभाग और नगर सैनिक के संख्याबल में बढ़ोतरी
बता दें कि बीते दिनों के घटनाक्रम के बाद यहां पुलिस, वन विभाग और नगर सैनिक के संख्याबल मंे बढ़ोतरी की गई है। यातायात के टीम के साथ ही, आरक्षक की भी ड्युटी लगाई गई है। वन विभाग के रेंजर के अलावा डिप्टी रेंजर व 12 बीट गार्ड तैनात किए गए है। पहले की अपेक्षा दोगुनी संख्या में नगर सैनिक भी मौजूद रहेंगे। एनडीआरएफ और मेडिकल टीम को भी यहां तैनात किया गया है। शनिवार और रविवार को यातायात प्रभारी अजय सिंह सह हम स्टाफ और रेंजर पुष्पेन्द्र साहू दोनो ही पूरे दिन मौजूद रहे।
नशाखोरी व सामाग्री पर प्रतिबंध
जल प्रपात में रपटे के पहले ही बैरियर लगाकर प्रतिंबध की सूचना भी टांग दी गई। प्रशासन ने चिंगरापगार जलप्रपात में पान, खुटखा, धुम्रपान, शराब सहित सभी प्रकार के नशाखोरी व सामाग्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। जलप्रपात के भीतर ये सामाग्री बैन कर दी गई है। एसडीएम भूपेन्द्र साहू ने कहा कि चिंगरापगार जलप्रपात में सुरक्षा और व्यवस्था के दृष्टिकोण से दोपहर 3 बजे से सैलानियों के प्रवेश और रपटे से वाहनो पर आवाजाही में रोक लगाई गई है। पुलिस और वन अमले संख्या बढ़ाई गई है। पार्किग भी बनाई गई है।
शनिवार-रविवार को रही भीड़
जिस क्षतिग्रस्त रपटे में पिछले रविवार को बाढ़ आ गई थी और लोग फंस गए थे उसमें से अब वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। दोनों तरफ सहारे के लिए रस्से बांधे गए है, ताकि पानी के बहाव अचानक बढ़े तो लोग सम्भल के रपटा पार सके है। इसके अलावा नाका बनाकर लोगो को वाहन पार करने से रोका जा रहा है। इधर रविवार को भी छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय चिंगरापगार जलप्रपात में हजारों की संख्या में सैलानी पर्यटन के लिए पहुंचे।
गरियाबंद ब्रेकिंग: चिंगरा पगार जलप्रपात में फंसे एक हजार पर्यटक, अचानक आई बाढ़, देखिए वीडियो