7 साल की बच्ची की अपहरण के बाद हत्या, पैसों के लालच में भाई-भाभी ने काला जादू और तंत्र विद्या करके चढ़ाई बलि, जानिए पूरा मामला

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– 7 साल की बच्ची के अपहरण और हत्या के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। दरअसल, भाई-भाभी ने बच्ची का अपहरण कर उसे श्मशान घाट ले गए। यहां उन्होंने काला जादू और तंत्र विद्या करके पैसे कमाने के लालच में बच्ची की हत्या कर दी। घटना के बाद शव को 100 मीटर दूर ले जाकर खेत में दफना दिया। मामला मुंगेली जिला के लोरमी थाना क्षेत्र का है।

जानिए पूरा मामला

मिली जानकारी के अनुसार, लोरमी थाना क्षेत्र के कोसाबाड़ी गांव की पुष्पा नाम की महिला ने 12 अप्रैल को अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उसने बताया कि उसकी सबसे छोटी बेटी महेश्वरी उर्फ लाली 11 अप्रैल को खाना खाने के बाद परिवार के साथ सो गई थी, लेकिन जब वह रात में उठी तो बच्ची अपने बिस्तर पर नहीं थी। परिवार वालों ने उसे आस-पास खोजा लेकिन बच्ची के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। जिसके बाद बच्ची की मां पुष्पा ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।

डीएनए जांच से लाश की हुई पहचान

पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और बच्ची की तलाश में जुटे रहे, लेकिन उन्हें भी कुछ पता नहीं चला। जांच के दौरान, पुलिस को 6 मई को सूचना मिली कि गांव के श्मशान घाट से लगभग 100 मीटर दूर एक खेत में एक मानव कंकाल मिला है। विशेषज्ञों द्वारा की गई जांच में पता चला कि कंकाल 5-7 साल की बच्ची का था। जिसके बाद पुलिस ने लापता बच्ची महेश्वरी और कंकाल के डीएनए की जांच कराई। जांच में यह स्पष्ट हो गया कि कंकाल एक ही बच्ची का था।

जादू-टोना और झाड़-फूंक का प्रचलन

जांच के दौरान पुलिस को शक हुआ कि बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने मामले की गहनता से जांच शुरू की। इस बीच पता चला कि बच्ची अक्सर अपने पिता के चचेरे भाई के बेटे चिम्मन के घर आती-जाती रहती थी। साथ ही, पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि पूरे इलाके में जादू-टोना, बैगा-गुनिया, झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र से जुड़ी कई रस्में प्रचलित हैं। जिसके बाद पुलिस ने इसी संदेह के आधार पर जांच आगे बढ़ाई।

घटनास्थल के पास मिले थे पूजन सामाग्री

घटनास्थल का निरीक्षण करने पर पुलिस को नारियल, नींबू, अगरबत्ती और कपड़े जैसी कुछ पूजा सामग्री मिली। आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि एक पड़ोसी ने छत से एक अनजान व्यक्ति को देखा था, जो एक बच्ची को श्मशान घाट की ओर ले जा रहा था। इसके बाद पुलिस का शक और गहरा गया। जांच में पता चला कि चिम्मन ने पास के ही गांव डोगरिया निवासी रामरतन निषाद से झाड़-फूंक का काम सीखा था। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की।

काला जादू करके हत्या

पूछताछ के दौरान ऋतु चिम्मन, खिलावन, आकाश, पुष्पा और रामरतन बार-बार अपने बयान बदलते रहे। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो पता चला कि चिम्मन ने नरेंद्र मार्काे को बच्ची लाली लाने के लिए पैसे दिए थे। चिम्मन पूजा की सामग्री लाया। नरेंद्र मार्काे रात करीब एक बजे लाली को लाया। ऋतु ने लाली को झरन पूजा के लिए काले कपड़े पहनाए। आरोपियों ने मिलकर जादू-टोना करने के बाद बच्ची की हत्या कर दी।

खेत में गाड़ दिया बच्ची का शव

आरोपियों ने बाद में पकड़े जाने के डर से शव को खेत में गाड़ दिया। यह काम चिम्मन के मददगार आकाश ने किया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी ऋतु, चिम्मन, नरेंद्र मार्काे, रामरतन और आकाश को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

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