फिंगेश्वर क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहा अवैध मुरम खनन, सड़क किनारे खुलेआम हो रही मुरम की लोडिंग, जिम्मेदारों ने साधी चुप्पी

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– गरियाबंद जिले में खनिज संपदा का अवैध खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है। रेत, मुरुम, मिट्टी का अवैध खनन और परिवहन लगातार जारी है। कार्रवाई के बाद भी इन अवैध काम करने वालों को जरा भी डर नहीं है। इन अवैध कार्यों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के संरक्षण से इनकार नहीं किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार फिंगेश्वर से सटे ग्राम चैतरा में इन दिनों अवैध मुरुम का खनन जोरों पर चल रहा है, हैरानी की बात यह है कि खनिज विभाग इस मामले में पूरी तरह मौन है। गांव के आसपास जेसीबी मशीनों से 10 से 15 फीट की गहराई तक खुदाई की जा रही है। सड़क किनारे मुरुम का उत्खनन कर हाइवा के माध्यम से अवैध परिवहन किया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह गतिविधि एक-दो दिन से नहीं बल्कि कई दिनों से चल रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं।
सूचना के बाद भी नहीं पहुंचे अधिकारी
इस विषय में सोमवार खनिज अधिकारी रोहित साहू से बात की गई तो उन्होंने मीटिंग के बाद आधे घंटे में पहुंचने की बात कही थी, लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी मौके पर कोई नहीं पहुंचा। इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब स्थानीय प्रशासन और खनिज विभाग को अवैध खनन की जानकारी है, तो फिर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? क्या खनिज विभाग की चुप्पी माफिया से मिलीभगत की ओर इशारा नहीं करती? इस तरह खुलेआम मुरुम खनन से न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा है, बल्कि पर्यावरण संतुलन भी बिगड़ रहा है।
इस अवैध कारोबार के खिलाफ स्थानीय नागरिकों में आक्रोश है और उन्होंने खनिज विभाग और प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। अन्यथा, ग्रामीण स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन कब जागता है।
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