“एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृहद वृक्षारोपण, महिलाओं को मिला रोजगार और आत्मनिर्भरता का नया मार्ग

इस प्रयास से आने वाले तीन वर्षों तक महिलाओं को महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत रोजगार मिलेगा

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– पर्यावरण संरक्षण की दिशा में रायपुर जिले के ग्राम पंचायतों में एक नई जागरूकता की लहर दौड़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशन में पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

जनपद पंचायत आरंग के अंतर्गत ग्राम पंचायत रीवा और ग्राम पंचायत कुकरा में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रमों ने न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया है, बल्कि स्थानीय महिलाओं को रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी नई राह दिखाई है।

ग्राम पंचायत रीवा में जागृति स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने ग्राम कुकरा आरंग क्षेत्र में 500 पौधे रोपे। इन पौधों में नींबू, सीताफल, आवंला, अमरूद, कटहल, बादाम जैसे फलदार वृक्षों के साथ नीम जैसे वानिकी पौधे भी शामिल हैं। इस प्रयास से आने वाले तीन वर्षों तक महिलाओं को महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत रोजगार मिलेगा, साथ ही भविष्य में इन फलों की बिक्री से आय में भी वृद्धि होगी।

डेढ़ एकड़ भूमि में 900 पौधे

वहीं ग्राम पंचायत कुकरा में जय अम्बे स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा डेढ़ एकड़ भूमि में 900 पौधे लगाए गए, जिनमें 450 फलदार और 450 वानिकी पौधे शामिल हैं। फलदार पौधों में अमरूद, जामुन, आम, कटहल, शहतूत, सीताफल आदि प्रमुख हैं, जबकि वानिकी पौधों में कचनार, नीम, दसमत, करंज और बहेरा के पौधे शामिल हैं।

इस वृक्षारोपण अभियान की सबसे विशेष बात यह है कि इसे CLF के माध्यम से क्रियान्वित किया गया है, जिससे स्थानीय स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को रोजगार मिलेगा। साथ ही, इन पौधों से भविष्य में प्राप्त होने वाले फलों के विक्रय से उनकी आमदनी भी बढ़ेगी, जिससे ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से और भी सशक्त बनेंगी।

कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह और जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन के मार्गदर्शन में चल रहे इस अभियान ने ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण को भी सशक्त रूप से आगे बढ़ाया है।

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