मां-बेटे को मारकर अलग-अलग कुएं में फेंका शव, दो साल तक विधवा महिला से बनाया संबंध, फिर दी खौफनाक सजा

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– पुलिस ने दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। दरअसल, रविवार को दो अलग-अलग कुओं में एक महिला और एक बच्चे के शव मिले थे। बताया गया कि आरोपी ने दो साल तक महिला से संबंध बनाए, फिर मां-बेटे की हत्या कर शव गांव के अलग-अलग कुएं में फेंक दिए। इस मामले में पुलिस ने आरोपी और उसके चचेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया है। पूरा मामला दुर्ग जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र का है।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, रविवार को ग्राम खमरिया के ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि कुएं से तेज बदबू आ रही है। सूचना मिलते ही अमलेश्वर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने गोताखोरों को कुएं में उतारा तो उन्हें एक बोरी मिला। बोरी बाहर निकालने पर उसमें करीब 10 से 12 साल के मृत बच्चे का शव मिला। उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही थी, तभी पता चला कि घटना स्थल से करीब 30 मीटर दूर एक अन्य कुएं में एक बोरी पड़ा है।
बोरी निकालने पर एक महिला की लाश मिली
जब बोरी बाहर निकाला गया तो उसमें करीब 30-35 साल की एक महिला की लाश मिली। उसे भी बच्चों की तरह बांधकर कपड़े में लपेटा गया था और बोरी में भरकर कुएं में फेंक दिया गया था। एक के बाद एक दो लाशें मिलने से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों को दी गई। इसके बाद एसएसपी विजय अग्रवाल, एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर, एसडीओपी पाटन अनूप लाकड़ा और क्राइम डीएसपी अजय सिंह मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस टीम ने दोनों की पहचान के लिए जांच शुरू की।
प्राइवेट स्कूल की टीचर थी महिला
एसएसपी विजय अग्रवाल ने जांच के लिए एसआईटी गठित की। जांच के दौरान पुलिस टीम को जानकारी मिली कि गांव का छत्रपाल सिंह सिंगौर कुछ दिन पहले एक महिला और बच्चे के साथ देखा गया था। संदेह के आधार पर पुलिस ने छत्रपाल सिंह सिंगौर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो वह टालमटोल करता रहा, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि महिला का नाम सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी है और वह रायपुर में रहती थी। सुनीता एक निजी स्कूल में शिक्षिका थी।
इंस्टाग्राम के जरिए दोनों की मुलाकात हुई
आरोपी ने बताया कि दो साल पहले उसकी मुलाकात इंस्टाग्राम के जरिए सुनीता से हुई थी। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई। पहली मुलाकात के दौरान सुनीता ने छत्रपाल को बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है। वह अपने आठ साल के बच्चे और माता-पिता के साथ रायपुर में रहती है। तब छत्रपाल ने कहा कि उसकी शादी नहीं हुई है। उसने सुनीता से कहा कि वह उससे शादी करेगा और उसके बच्चे को भी अपने पास रखेगा। इसके बाद छत्रपाल सुनीता से शारीरिक संबंध बनाता रहा, लेकिन शादी की बात को बार-बार टालता रहा।
शादी का दबाव बनाने पर रची हत्या की साजिश
इस बीच डेढ़ महीने पहले सुनीता को पता चला कि छत्रपाल ने किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली है। आरोपी की शादी के बाद भी सुनीता बार-बार छत्रपाल पर अपने बच्चे के साथ रहने का दबाव बनाने लगी। इससे परेशान होकर छत्रपाल ने 18 जून को अपने चचेरे भाई शुभम कुमार सिंगौर के साथ मिलकर सुनीता की हत्या की योजना बनाई। योजना के मुताबिक छत्रपाल सुनीता और उसके आठ साल के बच्चे को रायपुर से अपने इलेक्ट्रिक स्कूटी पर अपने गांव खम्हरिया लेकर आया। गांव पहुंचकर छत्रपाल अपने चचेरे भाई शुभम कुमार से मिला।
शवों को बांधकर अलग-अलग कुएं में फेंका
आरोपी सुनीता और उसके बच्चे को खेत में ले गए और गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। सबूत मिटाने के लिए आरोपियों ने दोनों के शवों को अलग-अलग साड़ियों में लपेटा, बोरे में डाला और पत्थर बांधकर अलग-अलग कुओं में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों छत्रपाल सिंगौर (26) और शुभम कुमार सिंगौर (22) को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ हत्या और सबूत छिपाने का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच के दौरान रायपुर के सिविल लाइंस थाने में सुनीता और उसके बेटे की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया है। परिजनों ने दोनों शवों की पहचान कर ली है।
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