पैसों के लालच में 10 साल के मासूम की हत्या, पड़ोसी के बेटे का अपहरण कर घोंट दिया गला, जानिए पूरा मामला

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- पैसों के लालच में पड़ोसी के बेटे का अपहरण कर हत्या कर दी। बच्चे की लाश गांव में सड़ी गली हालत में कुछ दिन पहले मिली थी। पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए एक नाबालिग सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पैसे की लालच में हत्या करना स्वीकार कर लिया है। मामला बलरामपुर जिले के बलंगी पुलिस थाना क्षेत्र का है।
बता दे कि 2 अक्टूबर को ग्राम तोरफा निवासी अशोक पाल का 10 वर्षीय बेटा बृजेश कुमार घर के बाहर खेल रहा था। इसके बाद अचानक गायब हो गया। परिजनों द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद भी बच्चे का कुछ पता नहीं चला, तो थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। परिजन और पुलिस अपने स्तर पर बच्चे की तलाश में जुटे हुए थे। इसी बीच रविवार को शाम बच्चे का शव घर से 500 मीटर दूर सड़ी-गली अवस्था में मिला था।
इस मामले में हत्या की आशंका में पुलिस ने जांच शुरू की और इस दौरान पड़ोस में ही रहने वाले संदिग्ध रवि पाल को हिरासत में लेकर पूछताक्ष की। पूछताछ में रवि पुलिस को गुमराह करने लगा। जब कड़ाई से पूछताक्ष हुई तो वह टूट गया और उसने हत्यारा करना स्वीकार कर लिया।
किडनैप कर फिरौती मांगने की बनाई योजना
पुलिस ने बताया कि अशोक पाल लगभग 80 हजार रुपए बाइक लेने के लिए इकट्ठा किया था। कुछ दिन पहले वह बाइक लेने गया था, लेकिन किसी कारण से वह बाइक नहीं ले सका और पैसा लेकर लौट आया। इसकी भनक पड़ोस में रहने वाले रवि पाल 19 वर्ष को लगी, तभी उसने पैसे के लालच में आकर अशोक के बेटे को किडनैप कर फिरौती मांगने की योजना बनाई।
योजना के अनुसार दो अक्टूबर को आरोपी रवि पाल ने अशोक के 10 वर्षीय बेटे ब्रिजेश को जंगल घूमने जाने के बहाने बुलाया और अपने साथ ले गया। शाम होने पर ब्रिजेश घर जाने की जिद करने लगा और भागने की कोशिश करने लगा। इससे गुस्सा होकर रवि ने ब्रिजेश की पहले पिटाई की, फिर उसका गला दबा दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। बाद में वह उठ न जाए, इसलिए आरोपी ने बच्चे का शर्ट उतारकर गले में लपेटकर उसका गला घोंट दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
परिवार के साथ बच्चे को खोजने भी जाता था
बच्चे को मारने के बाद रवि पाल वहीं उसका शव रखकर घर आकर सो गया। ग्रामीणों ने बताया कि जब वे लोग बच्चे को खोजने जाते थे, तब आरोपी भी उनके साथ ही जाता था। अंतिम बार बच्चे के साथ लोगों के रवि पाल को ही देखा था। इसी के आधार पर गुमशुदगी का केस होने पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। आरोपी ने तीन दिनों तक पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन अंत में वह टूट गया और हत्या करने की पूरी वारदात बता दी।
आरोपी रवि पाल के साथ उसकी सहायता करने के आरोप में एक नाबालिग को भी गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 137(2), 103(1), 238 के साथ धारा 61(2) के तहत अपराध दर्ज कर न्यायायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
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