नवरात्रि में लगाएं 9 देवियों को उनका प्रिय भोग, जरूर करें ये काम होगी पुण्य फल की प्राप्ति

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज):- नवरात्र मे माता के पूजन, व्रत, उपवास का विशेष महत्व है। 9 दिनों तक माता के अलग अलग रूपों कि पूजा कर प्रतिदिन के अनुसार अगर भोग लगाया जाए तो माता सभी समस्याओ का नाश कर सुख समृद्धि का वरदान देती है । तो आइए जानते है माता को किस दिन कौन सा भोग लगाए –
- प्रथम शैलपुत्री – घी और अनार का भोग- आरोग्य लाभ
- द्वितीय ब्रह्माचारिणी – चीनी और सेब का भोग – चिरायु का वरदान
- तृतीय चंद्रघण्टा – दूध और केले का भोग – ऐश्वर्य की वृद्धि
- चतुर्थ कूष्माण्डा – मालपुआ और नाशपाती का भोग – मनोबल बढ़ता है
- पंचम स्कन्दमाता – केले और अंगूर का भोग – बुद्धि का विकास
- षष्ठम कात्यायनी – शहद और अमरूद का भोग – सौंदर्य की प्राप्ति
- सप्तम कालरात्रि – गुड़ और चीकू का भोग – शोक से मुक्ति
- अष्टम महागौरी – नारियल और सीताफल का भोग – सभी इच्छाएं पूरी
- नवम सिद्धिदात्री – सफेद तिल और संतरे का भोग – जीवन में सुख-शांति
जरूर करे नवरात्रि पर यह काम
धर्म ध्वजा अपने घरों पर फहराए ।
घर के द्वार पर वंदनवार लगाए ।
सायंकाल 5 दीपक का दान करे ।
सायं माता की आरती कर भोग प्रसाद लगाए।
नवरात्रि में सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए ।
पूजा-पाठ के साथ-साथ दान-पुण्य का कार्य भी करना चाहिए।
नवरात्रि में सुबह शाम विधि विधान से मां दुर्गा के सभी रूपों की पूजा अर्चना करें ।
मां दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें। ऐसा करने से मां दुर्गा आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगी।
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