राजिम मेले के मीना बाजार मे खुले आम उड़ रही नियमों की धज्जियां, सुरक्षा मानकों को कर रहे दरकिनार

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- धर्म नगरी राजिम में राजिम कुंभ कल्प 2024 का आयोजन 24 फरवरी से 8 मार्च तक किया जा रहा है। राजिम मेला में मीना बाजार लगा हुआ, जहां अव्यवस्थाओं का आलम देखने को मिल रहा है। साथ ही मीना बाजार के संचालक द्वारा मनमर्जी देखने को मिल रही है।
बता दें कि राजिम शहर के स्कूल और अस्पताल में बीच में लगा मीना बाजार मरीजों और बच्चों के लिए परेशानियों पैदा कर रही है। मीना बाजार में लगे लाउड स्पीकर से सभी परेशान हो रहे हैं, जबकि वर्तमान में बोर्ड की परीक्षाएं संचालित है। साइलेंट जोन घोषित होने के बाद भी नियमों की अनदेखी की जा रही है ।
मीना बाजार संचालक कर रहे नियमों की अनदेखी
इसी तरह मीना बाजार में चारों तरफ गंदगी पसरी हुई नजर आ रही है, जो आने वाले समय में गंभीर बीमारियों को जन्म देगी। पूरे मीना बाजार में अव्यवस्थाओं का आलम देखने को मिल रहा है। पूरे मीना बाजार में कही भी शौचालय यूरिनल की व्यवस्था नही की गई है।
चारों ओर पसरी गंदगी
मीना बाजार में चारों तरफ गंदगी पसरी हुई नजर आ रही है। जगह जगह खाने के स्टॉल लगे हैं परंतु डस्टबीन की समुचित व्यवस्था के अभाव में पूरे बाजार में जूठन दोने, प्लेट फैले हुए हैं। जो आने वाले समय में गंभीर बीमारियों को जन्म देगी।
समय का नही रख रहे ध्यान
सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट आदेश है रात्रि 10 बजे के बाद सभी प्रकार के शोरगुल पर विराम लग जायेगा। परंतु रात्रि 11 बजे तक मीना बाजार खुला रहता है। मजे की बात है की मेला मैदान के बीचों बीच पुलिस का कंट्रोल रूम बना है। ड्यूटी मे तैनात पुलिस मुक दर्शक बनी हुई है। जो कि हर तरह से सुप्रीम कोर्ट के नियमों का सीधा उल्लंघन है ।
बगैर सुरक्षा इंतजाम के चल रहे झूले
मीना बाजार में लगे विभिन्न प्रकार के झूले में भी सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि पिछले बार एक व्यक्ति झूला से गिर कर गंभीर रूप से घायल हुआ था। ऐसे में प्रशासन को झूलों की व्यवस्था पर कड़ी नजर रखनी होगी। जानकारी के अनुसार किसी भी झूले वाले के पास सेफ्टी सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं है। इससे झूलों के मशीनों की जानकारी व संचालन का उपयोग कितना सुरक्षित है इसकी जानकारी नहीं है।

पैसे लेकर भी कम राउंड झूला चलाने का मामला भी सामने आया है जिससे कई बार विवाद की स्थिति बनी है । ऐसे ही एयर जम्प झूले के पास बिजली का तार बच्चों के पैर से टकराते हुए बचता है । इस संबंध मे जब झूले के संचालक से बात की गई तो उनका कहना था मैंने कई बार बोल लेकिन बिजली के तार हटा नहीं रहे है । अगर कोई अनहोनी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ।
खुले आम बिक रहा मांसाहार
खाने के स्टालों में 80 प्रतिशत से अधिक स्टालों में मांसाहारी भोजन बिक रहा है जो की प्रतिबंधित है। साथ ही कुंभ की थीम का भी खुला उल्लंघन है। शाकाहारी समाज की भावनाएं भी आहत हो रही है। महिलाये नाक मुहँ बंद करके चलने मे मजबूर है ।
मार्केट रेट से अधिक में बेच रहे सामान
दुकानदार सभी समान मार्केट रेट से अधिक में बेच रहे हैं। जब हमारी टीम ने दुकानदारों से बात की तो उन्होंने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि इस बार दुकान 60 से 70 हजार में ली है पिछली बार 40 हजार में मिली थी। इस कारण से ऐसा करना पड़ रहा है हमारी मजबूरी है।
मौत कुंआ के नहीं है लीगल दस्तावेज
मौत कुंआ के संचालक के पास भी वैध दस्तावेज नहीं है। यदि कोई दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। मीना बाजार का संचालक या प्रशासन ?
क्या कहते हैं मेला संचालक
इस संबंध में मेला संचालक मेहताब से बात करनी चाही तो उन्होंने व्यस्तता बताते हुए कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
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