40 लाख रुपये के लिए युवक ने गढ़ी मौत की झूठी कहानी, रहस्यमय तरीके से हुआ लापता, नदी में शव तलाशती रही पुलिस

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- एक युवक ने 40 लाख रुपए के लिए अपनी मौत की झूठी साजिश रची। युवक ने खुद को मरा हुआ दिखाने रहस्यमयी ढंग से लापता हो गया। ताकि उसके नाम पर 40 लाख के जीवन बीमा की राशि परिवार को मिल सके। हालांकि पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच के चलते मामले का जो सच सामने आया, उसने पुलिस और परिजनों को भी चौंका दिया। मामला जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक युवक का नाम कौशल श्रीवास (21) है, जो पामगढ़ के तैनाद का रहने वाला है। युवक नदी किनारे कपड़े, मोबाइल और बाइक को छोड़कर दिल्ली भाग गया था। वहां से बिलासपुर लौटा तो पकड़ा गया। पूछताछ में युवक ने जो खुलासा किया, वह चौंकाने वाला था। पुलिस के अनुसार कौशल श्रीवास का 40 लाख का बीमा था और उसके पिता लाखों रुपये के कर्ज में डूबे थे। इसी से परेशान होकर कौशल ने सुनियोजित तरीके से खुद को मृत दिखाने की साजिश रची।
चार दिनों तक चला सर्च ऑपरेशन
19 अगस्त को कौशल अपने घर से यह कहकर निकला कि वह गांव घूमकर आ रहा है। वह अपनी मां का मोबाइल भी साथ ले गया। कुछ देर बाद परिजनों को सूचना मिली कि उसकी मोटरसाइकिल और मोबाइल शिवनाथ नदी के पैसर पुल के पास लावारिस पड़े हैं। वहीं उसका एक जूता भी बरामद हुआ। ऐसे में परिजनों ने नदी में बह जाने की आशंका जताते हुए थाना पामगढ़ में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कराई। घटना स्थल की गंभीरता को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम को नदी में तलाश के लिए लगाया गया। चार दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलता रहा, लेकिन कौशल का कहीं पता नहीं चला।
भाई को मैसेज, फ्रेंड को कॉल
जांजगीर साइबर सेल ने जब जांच शुरू की, तो पता चला कि कौशल ने 20 अगस्त को अपने दोस्त को मैसेज भेज खुद को सुरक्षित बताया। 23 को उसके भाई को एक अनजान नंबर से कॉल आया, जिसमें सामने वाले ने खुद को कौशल बताया। यह कॉल बिलासपुर रेलवे स्टेशन से एक राहगीर के फोन से किया था। बिलासपुर आरपीएफ व पुलिस को सतर्क कर टीम ने फोटो भेजा। कुछ ही देर में तोरवा क्षेत्र में मुखबिर से सूचना मिली कि कौशल जैसा युवक घूम रहा है। टीम ने मौके पर पहुंच उसे पकड़ लिया।
पिता के कर्ज को लेकर परेशान था युवक
पुलिस पूछताछ में युवक ने बताया कि उसके पिता पर 1 लाख रुपए का कर्ज है। वह मानसिक रूप से बहुत परेशान था। उसके नाम पर 40 लाख रुपए का बीमा था, इसलिए उसने खुद को मरा हुआ दिखाकर बीमा राशि लेने की साजिश रची थी। युवक ने बताया कि घटना के बाद वह पैदल पामगढ़ गया, फिर बस से बिलासपुर पहुंचा। 20 अगस्त को ट्रेन से दिल्ली के फरीदाबाद पहुंचा। स्टेशन पर रात बिताई। इसके बाद 22 अगस्त को वापस बिलासपुर लौटा और 23 अगस्त को पकड़ा गया। ट्रेस से बचने के लिए उसने अपना मोबाइल स्टेशन पर फेंक दिया था।
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