गंगरेल बांध के खुले 14 गेट, 1400 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा गया पानी, 86 प्रतिशत भर चुका है बांध

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- प्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। जिसके चलते नदी-नाले उफान पर है। वहीं छोटे-बड़े डैम भी लबालब हो गये है। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा गंगरेल बांध भी 86 प्रतिशत यानि 27.905 टीएमसी भर चुका है। मानसून बीतने में अभी अगस्त और सितंबर का महीना बाकी है। इसे देखते हुए जल संसाधन विभाग ने बांध के सभी 14 गेट जांचने के लिए शुक्रवार को शाम 5.30 बजे मॉकड्रिल किया।
अफसरों के मुताबिक गेट खोलने का उद्देश्य आगामी मानसून में बाढ़ जैसे हालत से निपटना है। बांध के सभी 14 गेट को 5-5 मिनट के अंतराल में खोल दिया गया, जिससे 1400 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड बहाया गया। हालांकि कुछ देर बाद सभी गेटों को बंद कर दिया गया है। बता दें कि गंगरेल बांध में लगातार पानी की अच्छी आवक होने से जलभराव खतरे के निशान के करीब है। अंचल में हो रही अच्छी बारिश से कैचमेंट क्षेत्र में पानी की आवक बढ़ते ही गंगरेल बांध के गेट शीघ्र ही खोलने की संभावना है, क्योंकि बांध को लबालब भरने के लिए अब सिर्फ चार-चार टीएमसी पानी की जरूरत है, इसके बाद बांध छलकने लगेगा।
आषाढ़ माह के अंतिम सप्ताह और सावन माह के शुरुआत से ही धमतरी और कांकेर जिले में झमाझम बारिश हुई, इससे गंगरेल बांध के कैचमेंट क्षेत्र से पानी की आवक शुरू हो गई। इसके बाद से लगातार पानी की आवक बनी हुई है। पिछले 13 दिनों के भीतर गंगरेल बांध में कुल 21 टीएमसी से अधिक पानी कैचमेंट क्षेत्र से आ चुका है, इससे बांध लबालब भरने के करीब पर है।
84 फीसदी भर चुका है बांध
गंगरेल बांध की क्षमता 32.150 टीएमसी है। गंगरेल बांध में अपनी कुल जलभराव क्षमता से वर्तमान में 27.907 टीएमसी पानी भर चुका है और बांध में पानी की आवक 4008 क्यूसेक बनी हुई है। उपयोगी जल बांध में 22 टीएमसी से अधिक है। गंगरेल बांध अपनी क्षमता के 84 प्रतिशत भर चुका है। बांध का लेवल 347.44 मीटर है, जो खतरे के निशान के काफी करीब है। गंगरेल बांध का अंतिम जलभराव लेवल 348.70 मीटर है।
बांध में पर्याप्त जलभराव होने के बाद यहां शुक्रवार को शाम बांध के गेट क्षेत्र में हुए निर्माण कार्यों के बाद बांध के सभी 14 गेट खोलकर 1400 क्यूसेक पानी बहाया और अधिकारियों की मौजूदगी में ट्रायल किया गया। इस दौरान बांध के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। वहीं बांध के सभी गेटों के खुलने की खबर पाकर आसपास के ग्रामीण व सैलानियों की भीड़ बांध से पानी छोड़ने के ट्रायल देखने पहुंचे हुए थे। इस दौरान लोगों ने यहां जमकर सेल्फी भी लिए।
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