छत्तीसगढ़ी संस्कृति का गौरव बढ़ाने कर रहे काम: मुख्यमंत्री,नवागांव मे की ये घोषणाये
अच्छी बारिश से अच्छी फसल की उम्मीद, इस बार किसानों से खरीदेंगे प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- हरेली छत्तीसगढ़ी समृद्धि का उत्सव है। आज से तीन साल पहले इसी दिन से हमने गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी। खेती किसानी से जुड़ी हमारी योजनाओं से प्रदेश में समृद्धि आई है और पूरे प्रदेश में लोग बहुत उल्लास के साथ हरेली पर्व मना रहे हैं। यह बाते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर जिले के नवागांव में आयोजित हरेली कार्यक्रम में कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में किसानों के पास कर्ज की चिंता नहीं है। गोधन न्याय जैसी योजनाओं से लोगों की आय बढ़ी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम सबको इलाज की सुविधा मिल रही है। बच्चों को पढ़ाने के लिए 10 इंग्लिश मीडियम कॉलेज आरंभ किये हैं। आज हमारी बोली-भाषा और संस्कृति को लेकर हमारा गौरव बढ़ा है। जो लोग बासी खाने में शर्माते थे वे आज फोटो खींच कर भेजते हैं और कहते हैं कि आई एम आल्सो इटिंग बोरे बासी।
ये की घोषणाये
इस मौके पर उन्होंने नवागांव में रीपा की स्वीकृति, सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रुपए और दर्री तरिया सौंदर्यीकरण के लिए 25 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार बारिश अच्छी हुई है। अब रोपा लगना आरंभ हो जाएगा। इस बार अच्छी फसल होने की उम्मीद है। हम 20 क्विंटल प्रति एकड़ किसानों का धान खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी हमने किसी को नुकसान नहीं होने दिया है। संकट की घड़ी में सबको राशन भिजवाया। किसान और व्यापारी सब संतुष्ट रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक आस्था के केंद्रों का हम संरक्षण-संवर्धन कर रहे हैं। राजिम मेले में हमने बुनियादी सुविधाएं विकसित की हैं। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आयोजन के माध्यम से संस्कृति के संवर्धन का काम किया है। हर ब्लाक में मॉडल जैतखंभ बनेंगे। इसकी डिजाइन भी चयनित हो गई है। हमारे पुरखों ने शांति का जो संदेश दिया है उससे छत्तीसगढ़ शांति का टापू बना है इसीलिए कहा जाता है छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।
इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं। छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया को आगे बढ़ाने का काम उन्होंने किया है। स्थानीय त्योहारों को लोग उमंग से मना सकें, इसके लिए अवकाश दिया गया है। विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण के लिए बड़ा काम किया है। आज तक ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं आया, जिसने किसानों के लिए इतना काम किया हो।