रेत माफियाओं से अब मुर्दे भी परेशान, दफन स्थलों से कंकाल निकल रहे बाहर, सामाजिक लोगों ने की दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– नगर पंचायत कोपरा में रेत माफियाओं का आतंक अब अंतिम संस्कार स्थलों तक पहुंच गया है। नदी किनारे लगानी और घास भूमि पर खुलेआम अवैध खुदाई से हालात इतने बिगड़ गए हैं कि जहां मौत मिट्टी की रस्म अदा होती है। वहीं से रेत निकालने पर रेत में दफनाए शवों के कंकाल बाहर आने लगे हैं। कई जगहों पर खोपड़ी और हाथ-पैर बिखरे हुए तो कुछ कंकाल को दिखाई देने के बाद उन्हें फिर से रेत में दबाया दिया गया है।

सतनामी समाज ने किया विरोध

सूत्रों के मुताबिक इस इलाके की बारीक रेत महंगी बिकती है। इसलिए माफिया ट्रैक्टरों से दिन-रात निकासी कर रहे हैं। यहीं रेत पास में ही भंडारित की जा रही है और रात के अंधेरे में ‘हाइवा’ ट्रकों में लोड कर दूर भेज दी जाती है। लगातार उठाव से नदी किनारा और घास भूमि की परतें नीचे खिसक गईं, जिससे अंतिम संस्कार स्थल की रेत भी उधड़ गई। प्रशासन भी इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद सतनामी समाज के लोगों ने विरोध दर्ज कराया और नगर के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को सूचना देकर तत्काल कार्रवाई की मांग रखी।

धार्मिक परंपराओं से किया जा रहा खिलवाड़

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सिर्फ अवैध खनन नहीं बल्कि धार्मिक परंपराओं और मृतकों के सम्मान के साथ गंभीर खिलवाड़ है। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि शिकायतों के बावजूद पहले की तरह इस बार भी मामले को दबाने की कोशिश हुई और मौके पर ठोस कार्रवाई दिखाई नहीं दी।

भारी वाहनों की आवाजाही ने जीना हो रहा दूभर

नगर के मंगतू राम सोनवानी, नरेश नवरंगे एवं अन्य लोगों का कहना है कि रेत की किल्लत सड़क पर धूल-धक्कड़ और रात में भारी वाहनों की आवाजाही ने जीना दूभर कर दिया है। रेत का काला कारोबार अब सिर्फ पर्यावरण को नहीं बल्कि अंतिम संस्कार जैसे संवेदनशील स्थानों की मर्यादा को भी चीर रहा है। यह बात लोगों के गुस्से और बेबसी को एक साथ उजागर करती है। फिलहाल स्थानीय लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया कि रेत खनन पर तत्काल रोक भंडारण पर छापे और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग

सतनामी समाज कोपरा अध्यक्ष मंगतूराम सोनवानी ने कहा कि कोपरा में ट्रैक्टरों से अवैध रेत खुदाई की गई है, उसी जगह पर रेत में दफनाए गए शवों के कंकाल बाहर निकल आए हैं। यह हमारे दिवंगत आत्मा और परंपराओं पर गहरा आघात है। रेत निकालने वालों ने मृतकों की गरिमा का अपमान किया है। हम प्रशासन से अवैध खनन पर तत्काल रोक, भंडारण पर छापे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। 

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