दादी-पोती की कुल्हाड़ी मारकर हत्या, ब्रेन मैपिंग और नार्काे टेस्ट से खुलासा, 18 महीने बाद पकड़े गए दो आरोपी

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– जिले के गनियारी गांव में दादी-पोती की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने नाबालिग के प्रेमी और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त धारदार चाकू और स्कॉर्पियो गाड़ी भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए पॉलीग्राफ, ब्रेन मैपिंग और नार्काे एनालिसिस टेस्ट भी कराए। घटना दुर्ग जिले के पुलगांव थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के अनुसार, पुलगांव थाना क्षेत्र के गनियारी गांव में 62 वर्षीय राजबती साहू और उनकी 17 वर्षीय पोती सविता साहू साथ रहती थीं। सविता 11वीं कक्षा की छात्रा थी। 7 मार्च 2024 की सुबह दादी और पोती के शव खून से लथपथ मिले थी। सविता का शव कमरे में फर्श पर पड़ा मिला, जबकि राजबती का शव बरामदे में मिला। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की।

नाबालिग ने दी थी धमकी

करीब 18 महीने बाद, पुलिस ने इस हत्याकांड के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी अभी भी फरार है। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि उसी गांव के रहने वाले चुमेंद्र निषाद ने अपने दो दोस्तों पंकज निषाद और एक फरार आरोपी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी चुमेंद्र निषाद और नाबालिग सविता साहू के बीच प्रेम संबंध थे। इसी बीच, चुमेंद्र की शादी कहीं और तय हो गई। जैसे ही नाबालिग को इस बात का पता चला, उसने चुमेंद्र निषाद को धमकाया, जिससे चुमेंद्र को अपनी शादी टूटने का डर सताने लगा।

कुल्हाड़ी मारकर प्रेमिका की हत्या

आरोपी को अपनी प्रेमिका के तीन महीने की गर्भवती होने का भी शक था। चुमेंद्र ने अपनी प्रेमिका की हत्या की साजिश रची। उसने शराब तस्कर पंकज निषाद और अपने एक अन्य दोस्त को इस साजिश में शामिल किया। 6 मार्च 2024 की रात, चुमेंद्र और उसके दो दोस्त स्कॉर्पियो कार में नाबालिग लड़की के घर पहुंचे। चुमेंद्र ने नाबालिग को दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई और फिर घर में घुस गए। चुमेंद्र ने नाबालिग को अपने साथ चलने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। इससे चुमेंद्र भड़क गया। उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपनी प्रेमिका की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी।

सबूत मिटाने हथियारों को तालाब में धोया

चिल्लाने पर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया, ताकि आवाज बाहर न जाए, लेकिन सविता की दादी उठकर बाहर आ गई। सविता को खून से लथपथ देखकर उसने चीखने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उसकी भी चाकू मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद, आरोपी मौके से फरार हो गए। सबूत मिटाने के लिए उन्होंने खून से सने हथियारों को तालाब में धो दिया।

ब्रेन मैपिंग और नार्काे टेस्ट से खुलासा

पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोपियों को 18 महीने बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि उन्होंने मामले को सुलझाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया। उन्होंने संदिग्धों का ब्रेन मैपिंग और नार्काे टेस्ट कराया। रायपुर फॉरेंसिक से भी मामले की जांच में मदद ली। आरोपियों के ठिकानों और बयानों की कई बार जांच की गई। सभी जांच रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने आरोपियों को सारे तथ्यों और सबूतों को दिखाकर पूछताछ की। जिसमें आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

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