दलहन एवं तिलहन फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उर्पाजन 1 दिसंबर से शुरू, गरियाबंद जिले के इन सहकारी समितियों में होगी खरीदी

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम-आशा) के तहत गरियाबंद जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली एवं सोयाबीन तथा रबी विपणन वर्ष 2026-27 में चना, मसूर एवं सरसों फसल का उपार्जन प्राईस सपोर्ट स्कीम (पीएसएस) के तहत् न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जायेगा।
जिले अंतर्गत विकासखण्ड-फिंगेश्वर में कृषक सेवा सहकारी समिति राजिम तथा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति फिंगेश्वर, विकासखण्ड छुरा में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति रसेला, चरौदा एवं पाण्डुका, विकासखण्ड-गरियाबंद में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति गरियाबंद, विकासखण्ड-मैनपुर में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मैनपुर, प्राथमिक सेवा सहकारी समिति अमलीपदर, भेजीपदर (कांडेकेला), ढोर्रा एवं तेतलखुटी तथा विकासखण्ड-देवभोग में प्राथमिक सेवा सहकारी समिति देवभोग, झाखरपारा में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जायेगा।
कृषि विभाग के उपसंचालक ने बताया कि योजना में लाभ प्राप्त करने के इच्छुक कृषकों को एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन कराया जाना अनिवार्य है। पंजीकृत कृषकों का फसलवार उपार्जन अवधि उड़द, मूंग, मूंगफली एवं सोयाबीन फसल 01 दिसम्बर 2025 से 28 फरवरी 2026 तथा अरहर फसल 15 फरवरी 2026 से 15 मई 2026 है। इसी प्रकार रबी फसल सरसों 15 फरवरी 2026 से 15 मई 2026 एवं चना तथा मसूर फसल का उपार्जन अवधि 01 मार्च 2026 से 30 मई 2026 तक रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उक्त अवधि में दलहन एवं तिलहन फसल का योजना के तहत् विक्रय कर प्राईस सपोर्ट स्कीम का कृषकों को अधिक से अधिक लाभ मिले।
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