ब्रेकफास्ट विथ कलेक्टर : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से संपर्क करने वाले निजी अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
आम नागरिकों से सीधे जुड़े जमीनी स्तर के अमला को प्रोत्साहित करने कलेक्टर की नई पहल, जाना परिवार का हाल-चाल
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- जमीनी स्तर के कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह के साप्ताहिक ब्रेकफास्ट विथ कलेक्टर में आज आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को ब्रेकफास्ट करने का अवसर मिला। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने आत्मीयता के साथ सभी कर्मचारियों से पहले परिचय प्राप्त किया और उनके कार्याें के बारे में जानकारी ली।
कलेक्टर ने सभी कर्मचारियों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और परिवार के बारे में भी हाल-चाल जाना। कलेक्टर ने उनकी समस्याओं को सुनी और त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए। इसके अलावा कलेक्टर ने सभी कर्मचारियों से कार्याें को सुगम बनाने के लिए सुझाव भी मांगे। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्याकर्ताओं एवं सहायिकाओं के साथ कार्याें की समीक्षा की।
निजी अस्पताल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से करते है संपर्क
इस दौरान यह बातें भी सामने आई कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं से निजी अस्पताल द्वारा संपर्क किया जाता है और उन्हें पीड़ित महिलाओं को अस्पताल लाने के लिए कहा जाता हैं। इस बात को लेकर कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने कहा कि कोई भी निजी अस्पताल द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं से संपर्क करेगा तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने कहा कि जिले में योजनाओं का क्रियान्वयन करने में जमीनी स्तर के कर्मचारियों का बड़ा योगदान होता है। बेहतर कार्य करने वाले रेखांकित भी किए जाते है। जमीनी स्तर के कर्मचारी ही असल मायनों में कार्य करते हैं और उसका असर भी देखने को मिलता है। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं से कहा कि गर्भवती महिलाओं को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जाएं।
मरीजों को नहीं होनी चाहिए परेशानियां
कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों को सुरक्षित करने के लिए बाउंड्रीवाल बनाया जाएं। हर महीने प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाएं और स्वीकृत कराने के बाद तुरंत निर्माण कराया जाए। कलेक्टर ने कहा कि शासकीय योजनाओं को सफल बनाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र की जवाबदेही सबसे अधिक होती है। कलेक्टर ने कहा कि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानियां नहीं होनी चाहिए, उन्हें हमेशा राहत देने का कार्य करना चाहिए। अस्पतालों में भी उन्हें सुगम व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएं। समय पर इलाज और दवा भी उन्हें दिया जाना सुनिश्चित किया जाएं।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती निशा मिश्रा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मिथिलेश चौधरी समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
ये हुए शामिल
ब्रेकफास्ट विथ कलेक्टर में बंगोली की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती ज्ञानेश्वरी दीवान, कुशालपुर केंद्र की श्रीमती सरिता दीक्षित, धरमनगर केंद्र की श्रीमती अनिता त्रिपाठी, बनरसी केंद्र की श्रीमती हेमलता धीवर, नगपुरा केंद्र की श्रीमती मंजू वर्मा, मठपुरैना केंद्र की टिकेश्वरी साहू, धरसींवा केंद्र की श्रीमती मनीषा शुक्ला, भेलवाडीह केंद्र की श्रीमती अनिता डहरिया, धरसींवा के पर्यवेक्षक रजनी सिंह, सीएचओ सुश्री दिव्या बैस, मितानिन श्रीमती ईश्वरी वर्मा, आरएचओ श्रीमती दीपाली गावडे, मितानिन श्रीमती लक्ष्मी साहू, मितानिन निर्मला ध्रुव, आरएचओ डोमर साहू को उत्कृष्ट कार्य के लिए कलेक्टर के साथ ब्रेकफास्ट विथ कलेक्टर में शामिल होने का अवसर मिला।
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