संकुल स्तरीय मेगा पालक शिक्षक बैठक बकली में सम्पन्न, निः शुल्क शिक्षा दान करने पर हुआ सम्मान

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशन में शिक्षा गुणवत्ता को बेहतर बनाने हेतु पालक शिक्षक बैठक का आयोजन संकुल केन्द्र बकली में सम्पन्न हुआ। सर्व प्रथम अतिथियों द्वारा माता सरस्वती की पूजन अर्चन कर दीप प्रज्जवलित कर भुनेश्वरी साहू प्रधान पाठक बकली द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। पश्चात सभी अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
संकुल समन्वयक संतोष कुमार साहू द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।साथ ही बताया कि संकुल अंतर्गत पितईबंद, कुम्ही, बकली और रावड आते है जिसमे 05 प्राथमिक ,04 मिडिल ,एवं 02 हाई स्कूल संचालित है जिसमे कुल 995 बच्चे अध्ययनरत है और 45 शिक्षक पदस्थ है। सुनील कुमार पाण्डेय प्रधान पाठक पितईबंद ने 12 बिंदु पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया।
निः शुल्क शिक्षा दान करने पर सम्मान
शत्रुहन लाल साहू प्रधान पाठक रावड़ ने शासन के निर्देशन पर प्रत्येक विद्यालय में 22 तारीख से शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया उसके संबंध में जानकारी दी गई। गणपत तारक जो SMC मिडिल स्कूल बकली के अध्यक्ष है उनके द्वारा निः शुल्क शिक्षा दान करने पर सम्मान किया गया। साथ ही प्राथमिक शाला पितईबंद की पूर्व छात्रा सुमन यदु पिछले वर्ष से शिक्षा दान कर रही है उन्हे भी श्रीफल और पेन से सम्मान किया गया।
पालकों को ध्यान देने की आवश्यकता
विशिष्ठ अतिथि के रूप में चैतन्य यदु प्राचार्य रावड़ ने कहा कि शासन की अभिनव पहल है जिससे बच्चो को अवश्य फायदा मिलेगा।सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी हेमंत साहू ने बताया कि हमारे ब्लाक से 07 बच्चो का नवोदय में चयन हुआ है आगे भी प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन बच्चो के द्वारा किया जाएगा। जिसके लिए हमारे शिक्षक मेहनत कर रहे है। पितईबंद के सरपंच पुनारद बंजारे ने कहा कि बच्चे घर जाने के बाद होमवर्क करना छोड़ कर मोबाईल में गेम खेलते है इस पर पालकों को ध्यान देने की आवश्यकता है। हाई स्कूल बकली एसएमडीसी के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सेन ने कहा प्राथमिक विद्यालय शिक्षा के नीव है , नीव जितना मजबूत होगा भवन भी उतना ही मजबूत होगा। प्राथमिक के शिक्षक बहुत मेहनत करते है।
फैल होने का डर नहीं है इसलिए गुणवत्ता की कमी
पालकों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है। विद्यालय में पालकों को अनिवार्य रूप से जाना चाहिए। जिस दिन सभी लोग अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में पढ़ाना शुरू करेंगे उस दिन गुणवता जरूर आएगी। हाई स्कूल रावड़ के अध्यक्ष टीकमचंद सेन ने स्व रचित कविता छत्तीसगढ़ की पावन धरती प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि बच्चे कक्षा 1 से 8 तक ऐसी ही पास हो जाते है उसको मेहनत करने की आवश्यकता नहीं है। फैल होने का डर नहीं है इसलिए गुणवत्ता की कमी है। सरकार को इस पर विचार जरूर करना चाहिए।
आज शिक्षा के साथ संस्कार की आवश्यकता है। संस्कार के बिना सब अधूरा है। गणपत तारक अध्यक्ष बकली ने कहा कि यदि हम अपने दिनचर्या को ठीक कर ले तो सब ठीक हो जाएगा मैं स्वयं इसका पालन करते हुए अपने बच्चो पर भी लागू किया हूं। संकुल प्राचार्य मनहरण यदु ने कहा पालक शिक्षक और बच्चे एक दूसरे के पूरक है सभी के संयुक्त प्रयास से ही बच्चो का विकास होगा।
कार्यक्रम का सफल संचालन किरण कुमार साहू शिक्षक एवं आभार प्रदर्शन लेखाचंद मल्होत्रा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक विजय महोबिया, चंद्रप्रभा सोनवानी, पीआर यादव, विष्णु साहू, घनश्याम दिवाकर, रंजीत सेन, डुमन देवांगन, भोलेशंकर सोनी, सुधीर साहू, सरोज सेन, पुष्पांजलि तिवारी, डोमिन निर्मलकर, विमला बघेल, पालकों में मनीराम मिरी उपसरपंच बकली, नरेश बया, अहिमन बंजारे, प्रतिमा सेन, आरती गिलहरे, धनेश्वरी यादव, राजेश बंजारे, केवल राम साहू, पकलू मीरी सचिव ओमप्रकाश डहरिया एवं ओमप्रकाश साहू का विशेष योगदान रहा।
छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/EpBZvApYWz41PipgNDs6CU
यह खबर भी जरुर पढ़े
रोजगार पाने का सुनहरा अवसर, गरियाबंद में 7 अगस्त को रोजगार मेला, 2881 पदों पर होगी भर्ती