शव दफनाने को लेकर विवाद, ग्रामीणों का आरोप दूसरे धर्म को मानती थी महिला, जानिए पूरा मामला

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- मगरलोड ब्लॉक के खैरझिटी में 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला फगनी साहू का 18 सितंबर को देर-रात निधन हो गया। मंगलवार को परिजन सुबह गांव के शासकीय भूमि में शव दफनाने पहुंचे। इस बीच ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया।

ग्रामीणों का आरोप है कि मृतका दूसरे धर्म को मानती थी, इसलिए अंतिम संस्कार गांव में नहीं हुआ। करीब 3 घंटे हंगामा और विरोध के बाद ग्रामीणों के बीच समझौता हुआ। अंत में शव को पड़ोसी गांव मोहंदी में पुलिस सुरक्षा के बीच दफनाया गया। मृतका फगनी बाई साहू की शव को दफनाने को लेकर परिवार वाले अड़े रहे।

ग्रामीणों के समर्थन में खड़े हुए बजरंगी दल 

इधर बजरंगी दल के कार्यकर्ता गांव पहुंचकर ग्रामीणों के समर्थन में खड़े हो गए। माहौल तनावपूर्ण हुआ, तो आनन-फानन में पुलिस पहुंची। मृतका के परिजनों को घर लौटा दिया। इधर मृतका के परिजनों के समर्थन में गोपालपुरी, चरोटा, गातापार, छाती, मंदरौद, कमरौद से बड़ी संख्या ग्रामीण खैरझिटी पहुंच गए थे। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को एंबुलेंस बुलाया। पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर एंबुलेंस को मोहंदी गांव के लिए रवाना किया, इसके बाद मामला शांत हुआ।

हनुमान चालीसा पाठ किया

बुजुर्ग के शव को सड़क पर छोड़ने से बजरंग दल के लोगों ने हनुमान चालीसा पाठ किया। शव को रखे जगह पर गोबर से लेपन किया। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए। सुरक्षा के लिहाज से तहसीलदार प्रेमु साहू, नायब तहसीलदार डहरिया, मगरलोड थाना प्रभारी सहायक निरीक्षक चंद्रकांत साहू, सहायक उप निरीक्षक तेजूराम सिन्हा, प्रधान आरक्षक जैतराम सहित बड़ी संख्या में पुलिस जवान मौजूद थे।

कुरूद एसडीओपी कृष्णकुमार पटेल ने बताया कि खैरझिटी गांव में शव नहीं दफनाने को लेकर हंगामा हो गया था। ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद मृतका के परिजनों और पुलिस सुरक्षा में शव को पड़ोसी गांव मोहंदी में दफनाया गया है। मामले 2 समुदाय से जुड़ा था। पुलिस बड़ी संख्या में तैनात रही।

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