गरियाबंद के स्वास्थ्य केन्द्र में करोड़ों का गबन मामला : मुख्य आरोपी समेत 4 गिरफ्तार
आरोपियों की पतासाजी हेतु एसआईटी टीम का किया गया था गठन

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- गरियाबंद जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मैनपुर में करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि मैनपुर खंड चिकित्सा अधिकारी गजेंद्र ध्रुव ने 18 मई को मैनपुर थाने में 11 अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया था। इन अधिकारियों पर 3 करोड़ 13 लाख 43971 गबन करने का आरोप है। ( पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें )
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 4 चार आरोपी विनोद कुमार ध्रुव पिता स्व रामजी ध्रुव उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम खड़मा थाना छुरा, जिला गरियाबंद, संतोष कोमर्रा पिता स्व गोविन्द राम उम्र 46 वर्ष निवासी मैनपुर-2 थाना सिटीकोतवाली गरियाबंद, जिला गरियाबंद, गुरूवेन्द्र साव पिता नकुल साव उम्र 46 निवासी ग्राम महासमुंद वार्ड नं. 29 रमनटोला, महासमुंद थाना व जिला महासमुंद (छ0ग0), डां. कालेश्वर कुमार नेगी (चिकित्सा अधिकारी) पिता स्व0 रामेश्वर नेगी उम्र 42 साल साकिन भाठीगढ़ थाना मैनपुर, जिला गरियाबंद (छ0ग0) को विधिवत गिरफ्तार किया गया। इसके पहले 3 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस तरह अब तक प्रकरण में कुल 07 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, प्रकरण के शेष फरार आरोपीयों की पता तलाश जारी है।
पुलिस ने बताया कि मामले में शिकायत मिलने के बाद 11 आरोपियों के खिलाफ धारा 420,467,471,409 व 120 बी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। विवेचना के दौरान पुलिस ने दौरान तत्कालीन सहायक ग्रेड 03 पर कार्यरत विरेन्द्र भण्डारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसमें उसने अपराध करना स्वीकर कर लिया। पूछताछ में आरोपी विरेन्द्र ने बताया कि वर्ष 2016 से 2020 तक खण्ड चिकित्सा कार्यालय मैनपुर में लेखा-जोखा का काम करता था।
मिलकर करते थे राशि का आहरण
इसी दौरान जिला कोषालय के गुरूवेन्द पिता स्व. नकुल साव व डा. के.के. नेगी के कहने पर आपस में षड़यंत्र पूर्वक फर्जी तरीके बी.टी.आर. भरकर अवैध बिल बाउचर स्वयं के द्वारा तैयार कर अपने अधिनस्थ कर्मचारी भरत नंदे, विनोद कुमार ध्रुव, भोजराम दीवान, लुकेश चतुर्वेदानी, जी.सी.कुर्रे का बेयरर चेक तथा दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर तथा कोषालय के अधिकारियो के सहयोग से शासकीय राशि का आहरण करते थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी विरेंद्र कुमार के पास से 20 हजार रुपए व सुुपर स्पेलेंडर बाइक, किशोर कुमार दुबे को गिरफ्तार कर उसके पास से 20 हजार रुपए व द्वारिका प्रसाद वर्मा को गिरफ्तार कर उसके पास से 25 हजार रुपए पेश करने पर जब्ती की गई है।
एसआईटी टीम का किया गया था गठन
बता दे कि मामले की गंभीरता एवं संवेदनशिलता को देखते हुए गरियाबंद पुलिस कप्तान उमनि/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काम्बले के निर्देश एवं अति0 पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र चंद्राकर के मार्गदर्शन में फरार आरोपियों की पताशाजी हेतु एसआईटी टीम गठित की गई थी। एसआईटी टीम प्रभारी सुश्री निशा सिन्हा (SDOP गरियाबंद) व बाजी लाल सिंह एस.डी.ओ.पी मैनपुर, थाना प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर हुर्रा के साथ आरोपी पताशाजी हेतु एसआईटी टीम को सक्रिय किया गया था। इस कार्यवाही में निरीक्षक ओम प्रकाश यादव, निरीक्षक पवन वर्मा, सहायक उप निरीक्षक मनीष वर्मा, प्र. आर. राजकुमार साहू, आरक्षक कोमल घृतलहरे, आरक्षक प्रमोद यादव, साइबर सेल प्र. आर. सतीश यादव, सुशील पाठक, सतीश गिरी की भूमिका रही।
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