मिलेट्स जागरूकता :श्री कुलेश्वर महादेव शासकीय महाविद्यालय मे स्लोगन व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन , मिलेट्स इन रोगों के लिए वरदान
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) नवापारा:- श्री कुलेश्वर महादेव शासकीय महाविद्यालय गोबरा नवापारा, रायपुर में गृहविज्ञान विभाग द्वारा प्राचार्य एसआर वड्डे के मार्गदर्शन में गृहविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष मोनिका साहू द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह के अंर्तगत मिलेट्स ईयर-2023 की जागरुकता के लिए मिलेट्स प्रदर्शनी के साथ मिलेट्स विषय पर स्लोगन व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसमें छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। पोषण जागरूकता के क्रम में गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष मोनिका साहू द्वारा छात्र छात्राओं को मिलेट्स के बारे में जागरूक करने मिलेट्स को पहचानने, मिलेट्स से होने वाले फायदे, पोषण मूल्य, मिलेट्स से बनने वाले स्थानीय छत्तीसगढ़ी व्यंजन के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त अधिकारी, कर्मचारी व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
मिलेट्स मे विटामिनों का खजाना
आपको बता दे कि प्रदेश में आदिवासी इलाकों में मोटे अनाज जैसे रागी, कोदो, कुटकी का पहले से ही प्रयोग किया जाता रहा है। यह स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत फायदेमंद है, इसलिए अब दूसरे इलाकों में भी इन अनाज का काफी इस्तेमाल किया जा रहा हैै। इन मिलेट्स में पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा होती है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद होते है।
विशेषज्ञों के अनुसार कोदो, कुटकी और रागी को प्रोटीन एवं विटामिन युक्त अनाज माना गया है। इसके सेवन से शुगर, बीपी जैसे रोग में लाभ मिलता है। सरगुजा और बस्तर की आदिवासी संस्कृति एवं खानपान में कोदो, कुटकी, रागी जैसी फसलों का महत्वपूर्ण स्थान है। मोटे अनाजों में कुटकी में आयरन एन्टीऑक्सीडेन्ट गुण होते हैं। यह एनीमिया रोगी के लिए भी लाभदायक होता है तथा इसके सेवन से माटापा नहीं होता।
इसी प्रकार मोटे अनाज कोदो की विशेषता है कि यह पेट में नमी बनाये रखता है। इससे ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है तथा इसके सेवन से कैंसर की संभावना कम हो जाती है। रागी कैल्सियम और आयरन से भरपूर होता है। यह मधुमेह एवं एनीमिया रोगी के लिए लाभकारी होता है। इस प्रकार मोटे अनाजों में अनेक लाभकारी गुण पाए जाते हैं।
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