नवापारा राजिम संभाग में स्मार्ट प्रीपेड विद्युत मीटर लगना शुरू, जानिए क्या मिलेंगे इसके फायदे और नुकसान
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- नवापारा राजिम संभाग में आखिरकार स्मार्ट विद्युत मीटर लगाने की योजना धरातल पर उतरने लगी है। स्मार्ट मीटर को लेकर चल रही तमाम चर्चाओं के बीच स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया नवापारा नगर में शुरू हो चुकी है। घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के बाद विद्युत उपभोग और बिलिंग के तरीके में क्रांतिकारी परिवर्तन आयेगा।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना केंद्र सरकार की है। देशभर में इसी तरह स्मार्ट मीटर लगाए जाने है। स्मार्ट मीटर का फायदा यह रहेगा की अपने घरों में खर्च होने वाली बिजली की पल-पल की रिपोर्ट मोबाइल के माध्यम से उपभोक्ता देख सकते है। उपभोक्ता बिजली के इस्तेमाल को लेकर इन्हीं जानकारीयों के आधार पर खपत का पूरा नियंत्रण कर सकेगा।
कार्यपालन यंत्री शिव गुप्ता ने प्रयाग न्यूज से चर्चा में इस योजना से संबंधित जानकारी साझा करते हुए बताया कि नवापारा राजिम संभाग जिसमें अभनपुर, नवापारा और फिंगेश्वर क्षेत्र आते है में कुल 83000 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने है जिसमें अब तक कुल 8281 से ज्यादा मीटर लग चुके है। क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने का काम टाटा पावर कंपनी कर रही है।
स्मार्ट मीटर ज्यादा घूमता है
हमारे प्रतिनिधि द्वारा स्मार्ट मीटर के संबंध में हो रही चर्चाओं जैसे स्मार्ट मीटर ज्यादा घूमता है जिससे बिजली बिल ज्यादा आएगा। रात में रिचार्ज खत्म होने पर बिजली बंद हो जाएगी। बिजली चोरी कैसे रुकेगी। छत्तीसगढ़ में चल रही फ्री बिजली योजना बंद हो जाएगी। जैसे सवालों के जवाब में उन्होंने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्ट मीटर से आसानी से यह पता चल सकेगा कि किस इलाके में कितनी बिजली खपत हो रही है।
एक ट्रांसफॉर्मर से कितने उपभोक्ता जुड़े हैं। उस ट्रांसफॉर्मर पर कितना लोड है और अभी उससे कितनी खपत हो रही है। इस आंकड़े के आधार पर यह आसानी से पता चल सकेगा कि किस इलाके में बिजली की चोरी हो रही है। इससे कंपनी औचक छापेमारी कर ऐसे लोगों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई कर सकेगी। जिससे बिजली की चोरी रुक सकेगी और कंपनी के कार्य करने की क्षमता भी बढ़ जाएगी।
एडिशनल सिक्योरिटी डिपॉजिट से मिलेगी राहत
स्मार्ट मीटर न केवल आपको एक्यूरेट बिजली का बिल बताएगा बल्कि बिजली के उपयोग को लेकर भी नियंत्रण उपभोक्ता के हाथ में ही देगा। जिस तरह मोबाइल डेटा के लिए रिचार्ज किया जाता है उसी तरह बिजली के लिए भी रिचार्ज किया जाएगा। इससे उपभोक्ताओं को कई तरह से राहत मिलेगी।
स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली उपभोक्ताओं को एडिशनल सिक्योरिटी डिपॉजिट से भी राहत मिलेगी। स्मार्ट मीटर लगने के बाद एडिशनल सिक्योरिटी डिपॉजिट वसूलने का सिस्टम पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। उपभोक्ताओं की ओर से सालाना औसत बिजली खर्च किए जाने के हिसाब से एडिशनल सिक्योरिटी चार्ज तय होता है। फिर इसी एडिशनल सिक्योरिटी डिपॉजिट को हर साल के एक माह में वसूला जाता है। चूंकि पहले बिल पोस्ट पैड के रूप में लिया जाता था जो कि अब प्री पैड हो जाएगा इसलिए सिक्योरिटी डिपॉजिट की जरूरत ही नहीं होगी।
एप से घर बैठे कर सकेंगे रिचार्ज
नए स्मार्ट मीटर नि:शुल्क लगाये जा रहे है व पुराने मीटर की जमा की हुई सिक्योरिटी की सम्पूर्ण धनराशि नए स्मार्ट मीटर में एडवांस रिचार्ज टॉपअप के रूप में उपभोक्ताओं को मिलेगी। उपभोक्ता स्मार्ट मीटर में बिजली के लिए मोबाइल एप से घर बैठे रिचार्ज कर सकेंगे और रिचार्ज के प्लान के मुताबिक बिजली खपत कर सकेंगे। उपभोक्ताओं को गलत बिजली बिल की शिकायत से छुटकारा मिलेगा और उपभोक्ताओं का बिजली की खपत पर नियंत्रण खुद का होगा।
क्या बैलेंस खत्म हो जाने पर रात में हो जाएगी बिजली बंद
प्रीपेड मीटर में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकेगा, जिससे बिजली की चोरी रुकेगी और लाइन फाल्ट में भी कमी आएगी। सॉफ्टवेयर में ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिसमें रात के वक्त और छुट्टी के दिनों में बैलेंस खत्म होने के बाद भी बिजली जारी रहेगी बाद में रिचार्ज होने पर उसका बिल समायोजित कर लिया जाएगा। लो बैलेंस होने पर इसकी जानकारी एसएमएस और एप के माध्यम से उपभोक्ताओं को मिलते रहेगी।
आमूल-चूल परिवर्तन ले के आएगी
इससे नुकसान के बारे में सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता और कंपनी दोनों को केवल फायदे ही है। पूरा भारत डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है एक मजबूत डाटाबेस होने से पावर सेक्टर और भी मजबूत होगा। लोगों को इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है। सोलर और स्मार्ट प्रीपेड मीटर बिजली के क्षेत्र में निश्चित ही आमूल-चूल परिवर्तन ले के आएगी।
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