सिकासार जलाशय के गेट खुले, पैरी नदी में छोड़ा गया पानी, राजिम का त्रिवेणी संगम हुआ लबालब

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :-प्रदेश सहित रायपुर एवं गरियाबंद जिला में पिछले दो-तीन दिनों से रुक रुक कर बारिश हो रही है। बारिश होने से पैरी, सोढूर एवं महानदी सहित ईलाके के सभी छोटे बडे नाले उफान पर है। खेत-खलिहानों में पानी भरा हुआ है। बारिश का पानी कई मार्गों में बने नालों के ऊपर से बहने लगा है, तो कई जगहों से संपर्क भी टूट चुका है। नाले का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी नाले के उपर से चल रहा है, जिससे मार्ग काफी प्रभावित रहा।
वैसे आसमान में काले बादलों का डेरा बना हुआ है। बारिश से एक तरह जन जीवन भी पूरी तरह प्रभावित हो गई है। त्रिवेणी संगम बीच स्थित श्रीकुलेश्वर महादेव मंदिर का चबुतरा पानी से घिरे होने की वजह से विहंगम नजर आ रहा है। पं. जवाहरलाल नेहरू पुल से नदी के लम्बे-चौड़े भाग को देखने से हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। यह दृश्य लोगों को रोमांचित कर रहा है।
जानकारी के अनुसार सिकासार जलाशय का जलभराव 22 जुलाई को 101.25 मि.क्यू.मी 50.91 प्रतिशत है। जल संसाधन संभाग गरियाबंद के कार्यपालन अभियंता एस.के. बर्मन ने बताया कि कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश हो रही है, जिससे जलाशय में 6 हजार 700 क्यूसेक पानी का आवक बना हुआ है।
जिससे जलाशय का जल स्तर निरंतर बढ़ रहा है। सिकासार बांध की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पावर प्लांट से विद्युत उत्पादन के लिए 1250 क्यूसेक पानी सोमवार 22 जुलाई को दोपहर 12.30 बजे छोड़ा गया है। उन्होंने आगे बताया कि पानी की आवक में और बढ़ोतरी होने पर पानी छोड़ा जायेगा।
त्रिवेणी संगम का जलस्तर बढ़ा
सिकासार बांध से पानी छोड़ने से राजिम के त्रिवेणी संगम में भी जलस्तर बढ़ गया है। नदी के मध्य स्थित श्री कुलेश्वरनाथ मंदिर कि एक तिहाई सीढ़ी डूब गई है। सावन सोमवार को लोग मंदिर दर्शन करने ब्रिज के माध्यम से पहुंचे। मंदिर पहुंचकर दर्शन के साथ साथ लोगों ने संगम के इस रूप का भी आनंद लिया। यह दृश्य लोगों को रोमांचित कर रहा था।
छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/FzPuwVGamn3JPUWBsjsyuH