नवापारा-राजिम में बसंत पंचमी पर आचार्य श्रीराम का आध्यात्मिक जन्मदिन मनाया गया, विश्व कल्याण के लिए यज्ञ में दी गई आहुतियां
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– प्रतिवर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मां सरस्वती की पूजा- अर्चना की जाती है। बसंत पंचमी रविवार सुबह 9.14 से दूसरे दिन सोमवार 6.52 बजे तक रहेगी। कुछ जगहों पर आज रविवार 2 फरवरी को वसंत पंचमी का पर्व मनाया गया तो वहीं कुछ जगहों पर कल सोमवार को उदयातिथी पर पर्व का आयोजन किया जाएगा।
इसी कड़ी में अखिल विश्व भारती परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन एवं पूज्य गुरुदेव वंदनीय माता जी के सूक्ष्म संरक्षण में नवापारा नगर के गायत्री मंदिर में गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्री राम शर्मा का आध्यात्मिक जन्म दिवस व बसंत पंचमी का पर्व तीन कुंडीय गायत्री हवन यज्ञ के साथ धूमधाम से मनाया गया। प्रातः 5 बजे से 10 बजे तक सामूहिक साधना का क्रम चला।
विभिन्न संस्कार कराए गए
इसके बाद मंदिर की यज्ञशाला में आयोजित गायत्री यज्ञ में श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण की कामना के साथ आहुतियां दीं। इस दौरान दो पालियो में यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ से पहले मां गायत्री, मां सरस्वती व मां लक्ष्मी का पूजन किया गया। जिसके बाद कस्तूरी साहू, आनंद श्रीवास्तव, संगीता श्रीवास्तव द्वारा वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ आहुतियां दीं गई। भारतीय संस्कृति में 16 संस्कार बताए गए हैं जिसमें विद्यारंभ संस्कार भी एक है। यज्ञ के दौरान वर्षगांठ, जन्मदिन और विद्यारंभ संस्कार भी कराया गया। बसंत पंचमी पर विद्यारंभ संस्कार कराना शुभ माना जाता है।
जी.एल.साहू ने श्री राम शर्मा के जीवन पर आधारित संदेश व्यक्त करते हुए कहा कि व्यक्ति को प्रकृति के साथ ताल बिठाकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जितना प्रकृति से दूर जा रहे हैं, उतना ही शारीरिक रूप से कष्ट भोग रहे हैं। यह बसंत पर्व का दिन बड़े उल्लास का दिन है। प्रकृति पीले पीले फूलों से लहरा रही है। इसी तरह व्यक्ति में भी उल्लास पैदा होता है। हमें अपने उल्लास को सही दिशा में लगाना चाहिए। एस.आर.सोन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बसंत पंचमी पर्व पर प्रकाश डाला। मुख्य ट्रस्टी सुदर्शन वर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। यज्ञ उपरांत भोजन प्रसादी का वितरण किया गया।
गायत्री शक्तिपीठ राजिम में पाँच कुंडीय यज्ञ
गायत्री शक्तिपीठ राजिम में भी बसंत पंचमी का पर्व हर्ष उल्लास के साथ आध्यात्मिक वातावरण में मनाया गया। संतोष साहू ट्रस्टी आचार्य तुलाराम हेमंत साहू गायिका निहारिका और लक्ष्मी के माध्यम से संगीत टोली के द्वारा माता सरस्वती वंदना एवं प्रज्ञा गीत की शानदार प्रस्तुति की गई। पश्चात गायत्री शक्तिपीठ राजिम के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी एवं पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, सहायक प्रबंध ट्रस्टी चंद्रलेखा गुप्ता, ट्रस्टी श्रवण साहू वरिष्ठ परिजन पवन गुप्ता पूर्व ट्रस्टी एवं विकासखंड स्रोत समन्वयक सुभाष शर्मा अशोक मिश्रा ने देवपूजन एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का संचालन हिमांशु साहू द्वारा किया गया एवं 6 बच्चो का विद्यारंभ संस्कार कराया गया जिसमें गरिमा, परमेश्वर, विनायक, विहांश गुप्ता, सम्यक साहू, आद्याश साहू शामिल है। नगर से आए हुए श्रद्धालुओं ने गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र से आहुति देकर सबके कल्याण हेतु प्रार्थना की। मुख्य प्रबंध ट्रस्टी चंदूलाल साहू ने बसंत पंचमी की बधाई देते हुए कहा आज परम पूज्य गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस के साथ साथ माता सरस्वती की जयंती भी है। लगातार गायत्री परिवार के द्वारा रचनात्मक कार्य किया जा रहा है।
सभी प्रकार के संस्कार निःशुल्क
सहायक प्रबंध ट्रस्टी गुप्ता ने कहा कि शक्तिपीठ राजिम में प्रतिदिन यज्ञ होता है जिसमें सभी प्रकार के संस्कार निःशुल्क कराया जाता है जिसमें आप सभी की भागीदारी निरंतर होती है। इसके साथ साथ 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ गरियाबंद में योगदान देने वाले सभी भाई बहनों को अतिथियों के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम में विशेष रूप से ट्रस्टी श्रवण कुमार साहू इकाई प्रमुख रामकुमार साहू, साधु राम निषाद पूर्व ट्रस्टी सुभाष शर्मा संतराम ध्रुव, पवन गुप्ता, राजेंद्र पाड़े, डॉ रमेश साहू, अशोक मिश्रा, शेख लाल साहू, ताराचंद साहू,अमृत साहू, पुरुषोत्तम दीवान, डोमन ध्रुव, इंद्रदेव दीवान, मन्नू साहू, रामशरण साहू, मां भगवती महिला मण्डल की बहनों सहित सभी आत्मीय जनों का योगदान रहा।
छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/Cou8mpwFJrW20kpqxsp8t6