सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर बीएड सहायक शिक्षकों ने बीजेपी कार्यालय में किया प्रदर्शन, पुलिस ने किया गिरफ्तार

बर्खास्तगी का आदेश हुआ जारी

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :- नए वर्ष में सरकार ने बीएड सहायक शिक्षकों को बेरोजगारी का तोहफा दिया है। शिक्षा विभाग द्वारा मंगलवार को देर शाम प्रत्येक सहायक शिक्षकों के नाम बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया गया। आदेश से उग्र हुए सहायक शिक्षकों ने बुधवार की सुबह कुशाभाऊ परिसर भाजपा कार्यालय का घेराव किया वहीं माना बस्ती में प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

बीजेपी ऑफिस में इन शिक्षकों ने संगठन महामंत्री पवन साय से मुलाकात की। जहां पर श्री साय द्वारा उनकी बात सुनकर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी गई। उल्लेखनीय है कि सेवा सुरक्षा और समायोजन की मांग को लेकर बीएड सहायक शिक्षक लगातार 14 दिनों से तुता धरना स्थल में प्रदर्शन कर रहे हैं।

सरकार का ध्यान आकर्षित करने किए विभिन्न कार्यक्रम

1. अनुनय यात्रा: हमारी पीड़ा और न्याय की अपील।
2. सामूहिक मुंडन: आत्मसम्मान के बलिदान का प्रतीक।
3. यज्ञ और हवन: सरकार की सद्बुद्धि एवं न्याय की ईश्वर से प्रार्थना
4. गौ सेवा और शिव महापुराण: सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रयास।
5. जल सत्याग्रह: ठंड में भी शांतिपूर्ण विरोध, जिसमें कई शिक्षक बेहोश हुए।

बुधवार को बीजेपी कार्यालय से पैदल शांति यात्रा के रूप में निकली बीएड सहायक शिक्षकों की रैली माना में पहुंचकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगी इस दौरान पुलिस की टीम ने 31 लोगों के खिलाफ धारा 151 लगाकर उन्हें पहले माना कैंप ले जाया गया उसके बाद देर शाम सेन्ट्रल जेल भेज दिया गया है।

समायोजन की संभावनाओं पर विचार

बताया जा रहा है कि शासन ने बीएड डिग्रीधारी 2897 सहायक शिक्षकों की सेवा समाप्ति के बाद उनके समायोजन की संभावनाओं पर विचार शुरू कर दिया है। यह समिति हाईकोर्ट के आदेश पर हटाए गए सहायक शिक्षकों के समायोजन या ऐसी ही किसी दूसरी संभावनाओं पर विचार कर शासन को रिपोर्ट देगी। इससे पहले बस्तर और सरगुजा संभाग में तैनात सहायक शिक्षकों को जिला स्तर पर बर्खास्तगी का आदेश थमाया गया।

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