बोरे बासी को मिली वैश्विक पहचान : विटामिन से भरपूर इन बीमारियों पर करता है नियंत्रण क्या है इसका अंग्रेजी नाम जानिए
(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज ):- छत्तीसगढ़ का खानपान रहन-सहन और संस्कृति बरबस ही लोगों को अपनी और आकर्षित करता है छत्तीसगढ़ के लोग जितने सीधे-साधे हैं वैसे ही खान-पान भी सहज और सरल है इसलिए कहा जाता है छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया। गर्मी के मौसम में छत्तीसगढ़ में खाए जाने वाले बोरे बांसी का चलन अब वैश्विक स्तर पर पहुंच चुका है पूरी दुनिया में लोगों ने इसे एक हेल्दी ब्रेकफास्ट के रूप में अपनाया है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन ,कैलोरी और बीमारियों मे नियंत्रण की क्षमता पर शोध भी किया गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसी कड़ी में एक पहल शुरू की और उन्होंने 1 मई मजदूर दिवस के दिन किसानों और श्रमिकों का मान बढ़ाने के लिए बोरे बासी त्यौहार मनाने लोगों से अपील की। इस दिन सभी अमीर गरीब नेता अधिकारी ने बोरे बासी का लुफ्त उठाया और सोशल मीडिया में तस्वीर डालकर श्रमिकों का उत्साहवर्धन किया। इसकी चर्चा पूरी दुनिया में हुई। अमेरिका ब्रिटेन और लंदन में रहने वाले लोगों ने बोरे-बासी खाकर अपनी मातृभूमि को याद किया।कई रेस्टोरेंट्स और होटलों में बोरे बासी को भी एक स्थान दिया गया।
विटामिन से भरपूर इन बीमारियों पर करता है नियंत्रण
अमेरिका में किए गए एक शोध के अनुसार बोरे बासी का अंग्रेजी नाम होल नाइट वाटर सोकिंग राइस रखा गया और शोध में पाया गया की ताजा बने भात की अपेक्षा बोरे बासी में 60 फीसदी कैलोरी ज्यादा है इसके अलावा इसमें विटामिन B12 ,आयरन ,पोटेशियम,कैल्शियम की मात्रा भी भरपूर होती है बोरे बासी खाने वालों का ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन भी नियंत्रित रहता है।
बोरे बासी को भाजी ,प्याज ,दही या मट्ठा ,पताल की चटनी ,आम का अचार इनके साथ खाया जाता है भाजी में प्रचुर मात्रा में आयरन दही में कैल्शियम इसकी गुणवत्ता में और वृद्धि करता है इन्हीं फायदों को देखते हुए यह देश विदेश में और भी लोकप्रिय हो रहा है बच्चे बूढ़े सभी इसे खाना पसंद करते हैं।