रायपुर में सड़क सुरक्षा अभियान को लेकर बड़ा कदम, युवाओं की भागीदारी से आयेगा बदलाव
कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित हुई DRSC की बैठक

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) :– रायपुर कलेक्ट्रेट स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में कलेक्टर डॉ गौरव सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति (DRSC) की बैठक हुई। कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि “जिले में सड़क हादसों को रोकने और मृत्यु दर में ठोस कमी लाने के लिए केवल परंपरागत उपाय काफी नहीं, अब हमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी और तकनीकी सहयोग को प्राथमिकता देनी होगी।” इस बैठक में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) और युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय (MoYAS) के संयुक्त प्रयास ‘सड़क सुरक्षा मित्र’ कार्यक्रम को रायपुर ज़िले में तेज़ी से लागू करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में माय भारत (MY Bharat) के उप निदेशक अर्पित तिवारी ने जानकारी दी कि कार्यक्रम के तहत युवा स्वयंसेवकों को तीन माह की ‘अनुभवाधारित अधिगम (ELP)’ योजना के अंतर्गत नामांकित किया जाएगा। ये स्वयंसेवक ट्रैफिक पुलिस और RTO के साथ फील्ड में काम करेंगे और अपनी प्रगति DRSC को नियमित रूप से रिपोर्ट करेंगे।
कार्यक्रम के तहत युवा स्वयंसेवकों को दुर्घटना-स्थल पर भीड़ प्रबंधन, ग्रीन कॉरिडोर सहयोग, रोड सेफ्टी ऑडिट, ब्लैक स्पॉट पहचान एवं सुधार जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही वे स्कूल-कॉलेजों व समुदायों में जागरूकता अभियान व फर्स्ट रिस्पॉन्स सत्र भी आयोजित करेंगे।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने सभी संबंधित विभागों RTO, पुलिस और DRSC के सदस्यों से अपील की कि वे इस अभियान को पूरी प्रतिबद्धता के साथ सफल बनाएं, ताकि रायपुर को राष्ट्रीय स्तर पर ‘बेस्ट-केस स्टडी’ के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। बैठक में NIT रायपुर को ज्ञान सहयोगी के रूप में सह-नामित करने का प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित किया गया।
सेवलाइफ़ फ़ाउंडेशन और IIT मद्रास (CoERS) के साथ मिलकर स्वयंसेवकों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इच्छुक युवा MY Bharat प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से इस पहल से जुड़ सकते हैं।
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