स्वतंत्रता सेनानी परिवार की बेटी कमला देशलहरा ने किया देहदान, समाज सेवा के लिए परिवार ने उठाया ऐसा कदम

(छत्तीसगढ़ प्रयाग न्यूज) : नवापारा नगर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जीवन लाल बोथरा परिवार ने त्याग और दान की अनूठी मिशाल पेश की है। जीवन लाल बोथरा परिवार की तीसरी बहू विमला देवी मोहनलाल बोथरा की सुपुत्री कल्पना देशलहरा (55) धर्मपत्नी पुखराज देशलहरा चरोदा निवासी का आकस्मिक देहावसान 25 जून, बुधवार के दिन प्रातः 9.45 बजे हो गया। 

शोक की इस घड़ी में भी परिवार के सदस्यों ने अपनी समाज सेवा की प्रवृति को बनाए रखते हुए और जनकल्याण के लिए कल्पना देशलहरा के मरणोपरान्त उनके देहदान का अभूतपूर्व निर्णय लिया। देहदान की प्रक्रिया पूरी कर उनके शरीर को बालाजी मेडिकल कॉलेज मोवा, रायपुर के सुपुर्द किया गया।

इस फैसले का उद्देश्य मेडिकल के छात्रों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने में मदद करना है, ताकि वे भविष्य में कुशल चिकित्सक बनकर समाज की सेवा कर सकें। अब उनका शरीर भविष्य के डॉक्टरों की शिक्षा में सहायक होगा। उनका यह कदम समाज को प्रेरणा देने वाला है। देहदान का निर्णय लेना आसान नहीं होता, क्योंकि इसमें भावनात्मक पहलू भी शामिल होते हैं। परिवार ने नि:स्वार्थ भाव से यह कदम उठाया है, जो अत्यंत प्रशंसनीय है। 

माता और चाची ने भी किया था देहदान

बता दे कि कल्पना देशलहरा की माताजी विमला देवी बोथरा (74) ने भी 20 सितंबर 2016 को देहदान कर त्याग और दान की अनुपम मिशाल पेश की थी। साथ ही उनकी चाची पुष्पा देवी बोथरा (68) धर्मपत्नी नगराज बोथरा की अंतिम इच्छानुसार 21 अप्रैल 2024 महावीर जन्मकल्याणक के पावन दिवस को परिवार वालों ने नेत्रदान और देहदान किया था।

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